पी-नोट्स के जरिये निवेश सात साल के उच्च स्तर पर
एजेंसियां, नयी दिल्लीपार्टिसिपेटरी नोट्स (पी-नोट्स) के जरिये देश के पूंजी बाजार में निवेश मई के अंत में 2.85 लाख करोड़ रुपये (करीब 54 अरब डॉलर) तक पहुंच गया. पिछले सात साल का यह उच्चतम स्तर है. पी-नोट्स स्थानीय प्रतिभूतियों के आधार पर जारी किये जानेवाले व्युत्पन्न उत्पाद है. इनका उपयोग ज्यादातर विदेशी धनाढ्य निवेशक, हेज […]
एजेंसियां, नयी दिल्लीपार्टिसिपेटरी नोट्स (पी-नोट्स) के जरिये देश के पूंजी बाजार में निवेश मई के अंत में 2.85 लाख करोड़ रुपये (करीब 54 अरब डॉलर) तक पहुंच गया. पिछले सात साल का यह उच्चतम स्तर है. पी-नोट्स स्थानीय प्रतिभूतियों के आधार पर जारी किये जानेवाले व्युत्पन्न उत्पाद है. इनका उपयोग ज्यादातर विदेशी धनाढ्य निवेशक, हेज फंड तथा अन्य विदेशी संस्थान करते हैं. पी-नोट्स ऐसे निवेशकों को पंजीकृत निवेशकों के जरिये परोक्ष मार्ग से भारतीय बाजार में निवेश करने की अनुमति देता है. इससे उनके लिए समय और लागत की बचत होती है, लेकिन ऐसी आशंका रहती है कि इस मार्ग का उपयोग काले धन को सफेद बनाने में किया जा सकता है.सेबी के आंकड़ों के अनुसार, भारतीय बाजारों (इक्विटी, ऋण और डेरिवेटिव्स) पी-नोट निवेश का कुल मूल्य मई में 2.85 लाख करोड़ रुपये था, जबकि अप्रैल में इसका स्तर 2.68 लाख करोड़ रुपये था. पी-नोट्स के जरिये फरवरी, 2008 के बाद यह सर्वाधिक निवेश है. उस समय इस तरह का निवेश 3.23 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया था.