सेना की मदद से आतंकवादी का बेटा बनेगा इंजीनियर

-जावेद ने आइआइटी प्रवेश परीक्षा में 89वां रैंक हासिल किया-शिक्षा मंत्री स्मृति ईरानी ने स्कॉलरशिप देने की बात कहीत्रगरीब और पिछड़ों की मदद के लिए सेना चला रही है कश्मीर सुपर-30 प्रोजेक्टएजेंसियां, श्रीनगरजम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में एक आतंकवादी का बेटा जावेद अहमद कुरैशी आइआइटी में दाखिला पाने में सफल हुआ है. जावेद दो साल का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 1, 2015 11:04 PM

-जावेद ने आइआइटी प्रवेश परीक्षा में 89वां रैंक हासिल किया-शिक्षा मंत्री स्मृति ईरानी ने स्कॉलरशिप देने की बात कहीत्रगरीब और पिछड़ों की मदद के लिए सेना चला रही है कश्मीर सुपर-30 प्रोजेक्टएजेंसियां, श्रीनगरजम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में एक आतंकवादी का बेटा जावेद अहमद कुरैशी आइआइटी में दाखिला पाने में सफल हुआ है. जावेद दो साल का था, जब अनाथ हो गया. मां ने दूसरी शादी कर ली. दादा ने उसे पाल-पोसकर बड़ा किया. बेहद संघर्षपूर्ण जीवन बिताते हुए जावेद ने सेना की मदद से आइआइटी में 89वां स्थान हासिल किया. केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा है कि सरकार जावेद को स्कॉलरशिप देगी.सेना ने पिछले साल ही कश्मीर सुपर 30 प्रोजेक्ट शुरू किया है, जिसमें ऐसे बच्चों की मदद की जाती है, जो आर्थिक रूप से कमजोर हो. पैसों की कमी की वजह से इस कामयाबी के बावजूद आइआइटी में एडमिशन का सपना मुश्किल लग रहा था. उसका परिवार काउंसलिंग के लिए 10,000 रु पये का इंतजाम नहीं कर पा रहा था. सेना ने एक बार फिर जावेद का हाथ थामा और 10 हजार रुपये उपलब्ध कराये. तब जाकर वह काउंसलिंग में शामिल हो पाया.सेना की मदद से घाटी के एक और युवक और लद्दाख के एक युवक को भी भविष्य संवारने का मौका मिला.

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