शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो ने कहा कि डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन शिक्षक से राष्ट्रपति बने. उन्होंने कहा कि एक शिक्षक मंत्री बन सकता है, लेकिन मंत्री कभी शिक्षक नहीं बन सकता. उक्त बातें उन्होंने सोमवार को प्रोजेक्ट भवन में आयोजित स्वच्छ विद्यालय एवं शिक्षक पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में कही. उन्होंने कहा कि शिक्षक अपनी जिम्मेवारी का निर्वहन सही से करें. शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए राज्य में 50 हजार शिक्षकों का पद सृजन किया गया है. ऐसा देश के किसी भी राज्य में नहीं हुआ है.
उन्होंने कहा कि जिस तरह स्वच्छता का आकलन हो रहा है, उसी तरह बच्चों की पढ़ाई का भी आकलन होना चाहिए. उन्होंने कहा कि सहायक शिक्षक वेतन के लिए शिक्षक दिवस पर काला बिल्ला लगाये हैं, यह उचित नहीं है. उन्होंने सचिव को वेतन का भुगतान कराने का निर्देश दिया. स्कूलों में छात्रों की उपस्थित कम रहने पर अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गयी है. शिक्षा मंत्री ने कहा कि ऐसा सुनने में आया है कि शिक्षक को पेड़ से बांध कर मारा जा रहा है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है. ऐसा नहीं होना चाहिए. वहीं, गोड्डा में शिक्षक को एसडीओ ने बालू की तस्करी रोकने के कार्य में लगा दिया. एसडीओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
शिक्षा सचिव राजेश कुमार शर्मा ने कहा कि शिक्षक व विद्यार्थी के बीच संबंध टूट रहा है. आज कुछ शिक्षक शिक्षा को व्यवसाय की तरह ले रहे हैं. वहीं, एकीकृत परिवार नहीं होने से भी विद्यार्थियों की मानसिकता पर प्रभाव पड़ा है. उन्होंने सरकारी स्कूलों को निजी स्कूलों से बेहतर बनाने की बात कही. उन्होंने कहा कि निरंतर सरकारी स्कूलों का स्तर ऊंचा हो रहा है. वहीं, बच्चों को स्वच्छता की आदत डालने की बात कही.