सेवा क्षेत्र में संकुचन बरकरार
एजेंसियां, नयी दिल्लीसेवा क्षेत्र में लगातार दूसरे महीने जून में संकुचन हुआ. एचएसबीसी के शुक्रवार को जारी सर्वेक्षण में कहा गया कि पिछले 14 महीने में पहली बार नये ऑर्डर घटे. विनिर्माण वृद्धि दर में कमी के साथ सेवा क्षेत्र में भी गिरावट के कारण आरबीआइ द्वारा नीतिगत दरों में कटौती की मांग और तेज […]
एजेंसियां, नयी दिल्लीसेवा क्षेत्र में लगातार दूसरे महीने जून में संकुचन हुआ. एचएसबीसी के शुक्रवार को जारी सर्वेक्षण में कहा गया कि पिछले 14 महीने में पहली बार नये ऑर्डर घटे. विनिर्माण वृद्धि दर में कमी के साथ सेवा क्षेत्र में भी गिरावट के कारण आरबीआइ द्वारा नीतिगत दरों में कटौती की मांग और तेज हो सकती है. सेवा कंपनियों की गतिविधियों का आकलन करनेवाला एचएसबीसी इंडिया के सेवा क्षेत्र गतिविधि के सूचकांक जून में घट कर 47.7 पर आ गया, जो मई में दर्ज 49.7 के स्तर से कम है और यह मार्च 2014 के बाद का न्यूनतम स्तर है.सूचकांक का 50 से ऊपर रहना वृद्धि और इससे नीचे रहना संकुचन का संकेतक है. यह लगातार दूसरा महीना है, जब यह इस निर्धारक स्तर से कमतर रहा. इस आंकड़े को तैयार करनेवाली संस्था मार्केट की अर्थशास्त्री पॉलियाना डी लीमा ने कहा कि भारतीय सेवा क्षेत्र का जून का आंकड़ा निराशाजनक है. मई से गतिविधियों और नये ऑर्डर दोनों में कमी आयी है. लीमा ने कहा कि भीषण गर्मी और प्रतिस्पर्धी दबाव के कारण एक बार फिर सेवा प्रदाताओं का प्रदर्शन प्रभावित हुआ है. हालांकि, कंपनियों को उम्मीद है कि आनेवाले महीनों में हालात बदलेंगे. इस बीच सेवा प्रदाताओं ने जून में रोजगार में बढ़ोतरी की है.