नेतृत्वकर्ता को लोगों को विश्वास में लेने की जरूरत : जयंत जयपाल सिंह
फोटो सुनील – वाइएमसीए की 37वीं रीजनल काउंसिल मीटिंग व लीडरशिप ट्रेनिंग प्रोग्रामसंवाददाता रांची वाइएमसीए की 37वीं रीजनल काउंसिल मीटिंग व लीडरशिप ट्रेनिंग प्रोग्राम में शुक्रवार को एक्सआइएसएस के कारपोरेट रिलेशंस हेड, जयंत जयपाल सिंह ने कहा कि लीडरशिप में पार्टनरशिप नहीं हो सकती. एक नेतृत्वकर्ता के लिए आदेश देने की नहीं, बल्कि लोगों को […]
फोटो सुनील – वाइएमसीए की 37वीं रीजनल काउंसिल मीटिंग व लीडरशिप ट्रेनिंग प्रोग्रामसंवाददाता रांची वाइएमसीए की 37वीं रीजनल काउंसिल मीटिंग व लीडरशिप ट्रेनिंग प्रोग्राम में शुक्रवार को एक्सआइएसएस के कारपोरेट रिलेशंस हेड, जयंत जयपाल सिंह ने कहा कि लीडरशिप में पार्टनरशिप नहीं हो सकती. एक नेतृत्वकर्ता के लिए आदेश देने की नहीं, बल्कि लोगों को विश्वास में लेने की जरूरत है. हर कार्य, चाहे वह छोटा हो या बड़ा, पूरी प्रतिबद्धता से पूरा करें. उन्होंने ‘नेतृत्व व सहभागिता’ विषय पर विस्तार से प्रकाश डाला. क्रिश्चियन सोशल रिसपांसिब्लिटीनेशनल काउंसिल ऑफ वाइएमसीए के प्रशिक्षण विभाग के निदेशक जेपी फर्नांडीस ने वाइएमसीए के कार्यक्रमों में क्रिश्चियन सोशल रिसपांसिब्लिटी का महत्व रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि इसका लक्ष्य सामुदायिक कल्याण, शिक्षा (विशेष कर बालिकाओं की), स्वास्थ्य की देखभाल, पर्यावरण की सुरक्षा और ग्रामीण विकास है. तीसरे सत्र में समूह चर्चा हुई.होटल एवीएन प्लाजा में आयोजित इस बैठक में इस्टर्न रीजन चेयरमैन सुरोजीत सरकार, इस्टर्न रीजन सेक्रेटरी बिरोल बासुमतारी, वाइएमसीए रांची के महासचिव इमानुएल सांगा, वरीय सचिव चोन्हस कुजूर, मनोज बागे, मुकुल अग्रवाल, सौरभ मुरमू सहित पांच राज्य के 26 वाइएमसीए के 126 प्रतिनिधि शामिल हुए. समापन शनिवार को होगा.