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विधायक खुद को कर सकते हैं अपग्रेड : स्पीकर
संसदीय कार्य-व्यवहार और वित्तीय प्रबंधन पर कार्यशाला आज से, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्र महाजन बोलेंगी रांची : विधानसभा द्वारा संसदीय सिद्धांत, कार्य और व्यवहार तथा वित्तीय प्रबंधन पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन शनिवार से किया जायेगा. कार्यशाला के उदघाटन सत्र में लोकसभा अध्यक्ष सुमित्र महाजन राज्य के विधायकों को संबोधित करेंगी. कार्यशाला को लेकर शुक्रवार […]
संसदीय कार्य-व्यवहार और वित्तीय प्रबंधन पर कार्यशाला आज से, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्र महाजन बोलेंगी
रांची : विधानसभा द्वारा संसदीय सिद्धांत, कार्य और व्यवहार तथा वित्तीय प्रबंधन पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन शनिवार से किया जायेगा. कार्यशाला के उदघाटन सत्र में लोकसभा अध्यक्ष सुमित्र महाजन राज्य के विधायकों को संबोधित करेंगी.
कार्यशाला को लेकर शुक्रवार को विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव और संसदीय कार्यमंत्री सरयू राय ने पत्रकारों को विस्तार पूर्वक बताया. स्पीकर श्री उरांव ने कहा कि विधानसभा में 34 नये विधायक आये हैं. सीखने-समझने की कोई उम्र नहीं होती है. संसदीय व्यवस्था एक विशाल विषय है. विधायक इस कार्यशाला से अपने को अपग्रेड कर सकते हैं. अपनी क्षमता को बढ़ा सकते हैं.
कार्यशाला में राज्यपाल द्रौपदी मुरमू, मुख्यमंत्री रघुवर दास, केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री जयंत सिन्हा, विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव, संसदीय कार्यमंत्री सरयू राय, प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन सहित पक्ष-विपक्ष के सभी विधायकों को आमंत्रित किया जा गया है. इसका आयोजन एटीआइ में किया जायेगा. उदघाटन सत्र के बाद कार्यशाला के पहले दिन संसदीय प्रणाली पर विस्तारपूर्वक चर्चा होगी. संसदीय व्यवस्था के सिद्धांत और व्यवहार पर विशेषज्ञ अपनी राय रखेंगे.
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष इंदर सिंह नामधारी, लोकसभा के पूर्व महासचिव और संसदीय जानकार डॉ सुभाष कश्यप विधायकों को संसदीय कार्य और आचरण के बारे में बतायेंगे. संसदीय व्यवस्था में जनप्रतिनिधि की जवाबदेही और कौशल के बारे में बताया जायेगा.
कार्यशाला के दूसरे दिन झारखंड की अर्थव्यवस्था पर चर्चा होगी. इस दिन पहले सत्र में डॉ हरीश्वर दायल, डॉ रमेश शरण और प्रो शैवाल गुप्ता जैसे विशेषज्ञ अर्थव्यवस्था की बारीकी बतायेंगे. दूसरे दिन राज्य के वित्तीय प्रबंधन पर भी चर्चा होगी. वित्त विभाग के प्रधान सचिव अमित खरे, महालेखाकार मनोज सहाय और पश्विम बंगाल के पूर्व वित्त मंत्री अमित मित्र इस विषय पर अपनी बात रखेंगे.
सबकी क्षमता का वर्धन होगा: सरयू : संसदीय कार्यमंत्री सरयू राय ने बताया कि संसदीय लोकतंत्र दुनिया की सबसे उत्कृष्ट शासन व्यवस्था है. संसदीय लोकतंत्र में सत्ता और विपक्ष दो धुरी है. इसमें दोनों पक्षों को संसदीय व्यवस्था के सिद्धांत और व्यवहार को सीखने की जरूरत है.
अमूमन देखा जाता है कि सत्ता पक्ष जो भी करता है, उसका विपक्ष विरोध करता है. सत्ता पक्ष जब विपक्ष में आ जाता है, तो उसके व्यवहार बदल जाते हैं. इस सब पर विचार करना होगा. संसदीय व्यवस्था कमजोर वर्ग, जो अपनी सहायता नहीं कर सकते हैं, उनके लिए है. कथनी और करनी में अंतर कम करना होगा. श्री राय ने कहा कि कार्यशाला विधायकों के क्षमता वर्धन करने के लिए आयोजित की जा रही है. पिछले 15 वर्षो में झारखंड में विधानसभा द्वारा इस तरह का कार्यक्रम पहली बार आयोजित किया जा रहा है.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
रांची . संसदीय प्रणाली व सिद्धांत पर दो दिवसीय कार्यशाला चार जुलाई से एटीआई में शुरू हो रही है. इसको लेकर जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं. विधि व्यवस्था दुरुस्त रहे इसके लिए दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति कर दी गयी है. साथ ही पुलिस पदाधिकारियों की भी प्रतिनियुक्ति की गयी है.
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