फोटो जायेगा….बाजार में चहल-पहल बढ़ी, सजी सेवई की दुकानें
05 हैदर 01- सेवई व बिस्कुट की दुकान पर खरीदारी करते लोग.ईद को लेकर मसजिदों व ईदगाहों का रंगरोगन शुरूप्रतिनिधि, हैदरनगर (पलामू)रमजान उल मुबारक के मौके पर बाजार में बिस्कुट, सेवई, इत्र व टोपी आदि की दुकानें सज गयी है. फल और मेवा की दुकानों पर भी चहल-पहल देखी जा रही है. रमजान उल मुबारक […]
05 हैदर 01- सेवई व बिस्कुट की दुकान पर खरीदारी करते लोग.ईद को लेकर मसजिदों व ईदगाहों का रंगरोगन शुरूप्रतिनिधि, हैदरनगर (पलामू)रमजान उल मुबारक के मौके पर बाजार में बिस्कुट, सेवई, इत्र व टोपी आदि की दुकानें सज गयी है. फल और मेवा की दुकानों पर भी चहल-पहल देखी जा रही है. रमजान उल मुबारक का पंद्रह रोजा बीत चुका है. बाहर रहनेवाले लोग ईद मनाने के लिए घर पहुंचने लगे हैं. इनमें अधिकांश लोग सामान व कपड़ा आदि बाहर से ही लेकर आते हैं. मगर रोजमर्रा की वस्तुएं उन्हें भी बाजार से ही खरीदनी पड़ती है. कपड़े की दुकानों पर भीड़ देखी जा रही है. इन दुकानों पर तो अब महिलाएं व बुजुर्ग ही नजर आते हैं. वहीं रेडीमेड कपड़े की दुकानों पर युवाओं व बच्चों की संख्या अधिक नजर आ रही है. 10 वर्ष पूर्व टेलर की दुकानों पर अच्छी खासी भीड़ हुआ करती थी. अगर उन्हें पहले कपड़ा सिलने को नहीं दिया जाता था, तो वह इनकार कर दिया करते थे. हैदरनगर के एक टेलर मास्टर ने बताया कि रेडीमेड कपड़ों ने उनका धंधा ही चौपट कर दिया है. अब ईद व दशहरा का उनके लिए कोई महत्व ही नहीं रहा. आम दिनों से थोड़ा अधिक कपड़ा सिलने को मिलता है. उन्होंने कहा कि 50 के ऊपर वाले ही कुछ लोग हैं जो अब भी सिला हुआ कपड़ा पसंद करते हैं.