परचुनिया कमा रहे हैं करोड़ों

ढाबों और ठेकों तक पहुंचाते हैं नकली और बिना परमिट की शराब रांची : शराब के काले धंधे में परचुनिया की भूमिका काफी अहम है. अवैध रूप से चलने वाले ठेकों पर परचुनिया ही शराब की सप्लाई करता है. ढाबों से लेकर गलियों में बिकने वाली अवैध शराब का पूरा धंधा परचुनिया के ही सहारे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 6, 2015 6:36 AM
ढाबों और ठेकों तक पहुंचाते हैं नकली और बिना परमिट की शराब
रांची : शराब के काले धंधे में परचुनिया की भूमिका काफी अहम है. अवैध रूप से चलने वाले ठेकों पर परचुनिया ही शराब की सप्लाई करता है. ढाबों से लेकर गलियों में बिकने वाली अवैध शराब का पूरा धंधा परचुनिया के ही सहारे चलता है. परचुनिया नकली शराब के धंधे से भी जुड़ा होता है.
बिना लाइसेंस के चलने वाले ठेकों और ढाबों को सस्ती कीमत पर नकली शराब की सप्लाई का चेन भी बिना परचुनिया के पूरा नहीं होता. वे स्थानीय थानों और उत्पाद विभाग के अफसरों, दारोगाओं की मिलीभगत से करोड़ों रुपये कमा रहे हैं. राज्य के सभी जिलों में अवैध शराब का धंधा करने वाले परचुनिया की संख्या सैकड़ों में है.
लाइसेंसी व्यापारियों से ही होती है अवैध शराब की आपूर्ति
परचुनिया को अवैध शराब की आपूर्ति शराब के लाइसेंसी व्यापारी ही करते हैं. हालांकि, नकली और बिना परमिट के मिलने वाली शराब को परचुनिया के जरिये बाजार मिलता है. परंतु, ज्यादातर परचुनिया को सरकार द्वारा निर्धारित कोटा पूरा करने के लिए जूझ रहे शराब व्यापारी ही शराब की आपूर्ति करते हैं.
लाइसेंसी दुकानों से निर्धारित कोटा की बिक्री नहीं होने पर शराब व्यापारी बचे कोटा का माल बेचने के लिए परचुनिया को उपलब्ध
कराते हैं. परचुनिया शराब व्यापारी के खरीद मूल्य पर शराब उठा लेता है. उसे शराब के अवैध ठेकों तक पहुंचाता है. इस पूरी प्रक्रिया को संरक्षण देने के एवज में स्थानीय थाने और उत्पाद विभाग के अफसर हर महीने घूस लेते हैं.
कौन है परचुनिया
परचुनिया बिना लाइसेंस के शराब का थोक व्यापार करने वाले व्यक्ति को कहते हैं. परचुनिया अवैध शराब की खपत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. वह कम कीमत पर शराब खरीदता है. अवैध शराब को बिना लाइसेंस के चलने वाले ढाबों या शराब के अन्य ठेकों तक पहुंचा कर मुनाफा कमाता है. शराब का अवैध धंधा करने के लिए परचुनिया कोई निवेश भी नहीं करता है. वह शराब की खरीद उधारी में करता है. ढाबों और शराब के अवैध ठेकों पर माल बिकने के बाद ही पैसे चुकाता है.

Next Article

Exit mobile version