सरकार प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति का भी अब डीबीटी से करेगी भुगतान

पांचवीं कक्षा से लेकर दसवीं कक्षा तक के छात्र-छात्राओं को मिलेगा लाभवरीय संवाददाता, रांचीझारखंड सरकार ने प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति का भुगतान अब प्रत्यक्ष नगद हस्तांतरण (डीबीटी) के माध्यम से करने का निर्णय लिया है. अब कक्षा पांचवीं से लेकर दसवीं कक्षा तक के छात्र-छात्राओं के बैंक खाते खुलवा कर उसे आधार कार्ड से जोड़ा जायेगा. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 7, 2015 7:03 PM

पांचवीं कक्षा से लेकर दसवीं कक्षा तक के छात्र-छात्राओं को मिलेगा लाभवरीय संवाददाता, रांचीझारखंड सरकार ने प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति का भुगतान अब प्रत्यक्ष नगद हस्तांतरण (डीबीटी) के माध्यम से करने का निर्णय लिया है. अब कक्षा पांचवीं से लेकर दसवीं कक्षा तक के छात्र-छात्राओं के बैंक खाते खुलवा कर उसे आधार कार्ड से जोड़ा जायेगा. सरकार सीधे स्टूडेंट्स के खाते में स्कॉलरशिप की राशि हस्तांतरित करेगी. 2012-13 से सरकार ने पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप के लिए डीबीटी योजना शुरू की थी. अब नौवीं और दसवीं कक्षा के छात्र-छात्राओं का बैंक खाता खुलवा कर स्कॉलरशिप की राशि ट्रांसफर किया जा रहा है. कल्याण विभाग की मानें, तो हाई स्कूल में पढ़नेवाले 5.44 लाख बच्चों में से 3.95 लाख बच्चों का बैंक खाता खुलवा लिया गया है. ये आंकड़े राज्य भर के हैं. इन खातों में से तीन लाख खातों को आधार कार्ड से जोड़ा गया है. पांचवीं से आठवीं कक्षा तक के बच्चों का खुलेगा अकाउंटअब पांचवीं कक्षा से लेकर आठवीं कक्षा तक के बच्चों का भी बैंक खाता खुलवाया जायेगा. इसको लेकर सभी जिला कल्याण पदाधिकारियों को सरकार की तरफ से आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है. जिला कल्याण पदाधिकारियों को दिसंबर तक बच्चों का खाता खुलवाने का भी निर्देश दिया गया है. राज्य सरकार प्रत्येक वर्ष तीन सौ करोड़ से अधिक प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति का भुगतान अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चों के बीच करती है.

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