स्वर्ण बांड योजना से 15,000 करोड़ जुटायेगी सरकार
नयी दिल्ली. सरकार चालू वित्त वर्ष मंे स्वर्ण बांड योजना से 15,000 करोड़ रुपये जुटाने पर विचार कर रही है. इस बारे मंे इसी महीने कैबिनेट नोट जारी किया जा सकता है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस योजना के लिए ब्याज दर सरकारी प्रतिभूतियांे पर दरांे के समान होगी. अधिकारी ने कहा कि […]
नयी दिल्ली. सरकार चालू वित्त वर्ष मंे स्वर्ण बांड योजना से 15,000 करोड़ रुपये जुटाने पर विचार कर रही है. इस बारे मंे इसी महीने कैबिनेट नोट जारी किया जा सकता है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस योजना के लिए ब्याज दर सरकारी प्रतिभूतियांे पर दरांे के समान होगी. अधिकारी ने कहा कि हमारी इस बारे मंे रिजर्व बैंक से बातचीत चल रही है. न्यूनतम दर लगभग अन्य सरकारी प्रतिभूतियांे के समान होगी. वित्त मंत्रालय ने पिछले महीने सॉवरेन गोल्ड बांड योजना पर परिचर्चा पत्र निकाला था. इसमंे सुझाव दिया गया था कि योजना को सरकारी के ऋण जुटाने के कार्यक्रम से संबद्ध किया जाये.अधिकारी ने कहा कि हम 15,000 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं. खुदरा निवेशकांे को इन्हें किस्तांे मंे जारी किया जायेगा. प्रस्तावित योजना का मकसद हर साल खरीदी जानेवाली अनुमानत: 300 टन सोने की छड़ों को गोल्ड बांड में बदलना है, जो डीमैट रूप में होंगे. इसका विपणन डाकघरांे के जरिये किया जायेगा. ब्रोकरांे को इसके लिए कमीशन दिया जायेगा. अधिकारी ने कहा कि इस योजना की अंतिम रूपरेखा व समय सार्वजनिक ऋण प्रबंधन एजेंसी (पीडीएमए) यानी रिजर्व बैंक द्वारा तय की जायेगी.