शौचालय बनाने के लिए जागरूक हों
रांची : शौचालय दैनिक जीवन का अभिन्न अंग है. जब तक लोगों में शौचालय बनाने को लेकर जागरूकता नहीं आयेगी, सरकारी योजनाएं भी जमीन पर सफल नहीं हो सकती है. उक्त बातें विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव ने मंगलवार को विधानसभा सभागार में छात्र खुशबू को श्रद्धांजलि देने के बाद कही. गौरतलब है कि खुशबू ने […]
रांची : शौचालय दैनिक जीवन का अभिन्न अंग है. जब तक लोगों में शौचालय बनाने को लेकर जागरूकता नहीं आयेगी, सरकारी योजनाएं भी जमीन पर सफल नहीं हो सकती है. उक्त बातें विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव ने मंगलवार को विधानसभा सभागार में छात्र खुशबू को श्रद्धांजलि देने के बाद कही. गौरतलब है कि खुशबू ने घर में शौचालय नहीं होने के कारण खुदकुशी कर ली थी.
उन्होंने कहा कि छात्र की मौत से राज्य में संवेदना की लहर फैल गयी है. राज्य में सरकारी स्तर पर विभिन्न गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा शौचालय बनाने का कार्य गया है, लेकिन इसकी रफ्तार बहुत धीमी है. राज्य के ग्रामीण इलाकों में आज भी 90 प्रतिशत लोग खुले में शौच करते हैं.
जबकि शहरी क्षेत्र में 50 प्रतिशत लोग खुले में शौच करते हैं. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने विधानसभा के बजट सत्र में घोषणा की थी कि विधायक कोष की राशि से 50 लाख रुपये सार्वजनिक शौचालय के रूप में खर्च किया जायेगा. इस पर कार्य चल रहा है.
उन्होंने कहा कि शौचालय बनाने का कार्य राज्य में आंदोलन के रूप में सरकार को करने की आवश्यकता है. कार्यक्रम का आयोजन सुलभ इंटरनेशनल सोशल सर्विस ऑर्गेनाइजेशन द्वारा किया गया. इस अवसर पर सुलभ इंटरनेशनल के केएन श्रीवास्तव, रितेश श्रीवास्तव सहित काफी संख्या में सुलभ इंटरनेशनल स्कूल के विद्यार्थी उपस्थित थे.