भटकल ने जान को खतरा बताया, 24 घंटे निगरानी की मांग की

हैदराबाद. जेल में बंद इंडियन मुजाहिदीन (आइएम) के सह-संस्थापक मोहम्मद अहमद सिद्बिाबा उर्फ यासीन भटकल ने आरोप लगाया है कि पुलिस से उसकी जान को खतरा है. साथ ही उसने 24 घंटे निगरानी की मांग की है. वह यहां के दिलसुखनगर में फरवरी, 2013 में हुए विस्फोट का आरेापी है. एनआइए के मामलों की विशेष […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 8, 2015 9:04 PM

हैदराबाद. जेल में बंद इंडियन मुजाहिदीन (आइएम) के सह-संस्थापक मोहम्मद अहमद सिद्बिाबा उर्फ यासीन भटकल ने आरोप लगाया है कि पुलिस से उसकी जान को खतरा है. साथ ही उसने 24 घंटे निगरानी की मांग की है. वह यहां के दिलसुखनगर में फरवरी, 2013 में हुए विस्फोट का आरेापी है. एनआइए के मामलों की विशेष अदालत में दायर याचिका में भटकल और दूसरे आरोपियों ने मांग की है कि जेल प्रशासन को निर्देश दिया जाये कि वह 24 घंटे निगरानी के लिए कोठरी में सीसीटीवी कैमरे लगवाये. ये लोग चेरलापल्ली केंद्रीय कारागार में बंद हैं. भटकल ने आरोप लगाया, ‘तकरीबन पूरा जेल परिसर सीसीटीवी कैमरे से युक्त है, लेकिन उच्च सुरक्षा वाली कोठरी में कैमरे नहीं लगे हैं, जहां वह बंद हैं. सीसीटीवी कैमरे जेल अधिकारियों ने जान-बूझ कर नहीं लगवाये हैं, ताकि फर्जी, मनगढ़ंत और काल्पनिक कहानियां गढ़ी जा सकें.’

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