CMPDI की स्थापना का 50वां साल आज

सेंट्रल कोल माइन प्लानिंग एंड डिजाइनिंग लिमिटेड (सीएमपीडीआइ) कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनी है. पूरे देश की एकमात्र सरकारी संस्थान है, जो कोयला खनन के लिए प्लान और डिजाइन पर काम करती है.

By Prabhat Khabar News Desk | November 20, 2024 7:20 PM

रांची (मनोज सिंह). सेंट्रल कोल माइन प्लानिंग एंड डिजाइनिंग लिमिटेड (सीएमपीडीआइ) कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनी है. पूरे देश की एकमात्र सरकारी संस्थान है, जो कोयला खनन के लिए प्लान और डिजाइन पर काम करती है. इसके गठन के लिए भारत सरकार की संयुक्त समिति ने 1972 में अनुशंसा की थी. 1973 में भारत सरकार ने गठन की अनुमति दी थी. 1974 में यह एनसीडीसी (कोल इंडिया से पहले का नाम) कोल माइंस ऑथरिटी लिमिटेड के नाम से जाना जाता था. अब कोल इंडिया की यह कंपनी स्थापना के 50 साल पूरे कर रही है. संयुक्त बिहार के समय सीएमपीडीआइ का पहला कार्यालय शहीद चौक के पास स्थित वेदनारायण भवन में था. यहां अभी बिग मार्ट है. स्थापना दिवस समारोह का आयोजन गुरुवार को कांके रोड स्थित परिसर में होगा. अभी सीएमपीडीआइ का मुख्यालय और कार्यालय कांके रोड में है. कोयला उद्योग के राष्ट्रीयकरण के समय ही कंपनी की स्थापना की गयी थी. दो साल के बाद 1977 में बिहार सरकार ने कांके रोड में कार्यालय के लिए जमीन दी थी. इसी परिसर में अर्जुन अग्रवाल का गोंडवाना पैलेस था. यह आज भी कंपनी की संपत्ति है. यहां आज कंपनी के सीएमडी रहते हैं. 1978 में यह कैंपस बनकर तैयार हो गया. आज यह राजधानी का सबसे सुंदर परिसर है. यहां पर्यावरण संबंधी हर मानक पूरा हो रहा है. एक हजार से अधिक प्रकार की वेराइटी के प्लांट लगे हुए हैं. यहां 30 से 40 फीसदी बिजली का उत्पादन सौर ऊर्जा प्लांट से हो रहा है. इसके मुख्य भवन में सोलर सिस्टम लगाया गया है. एचबी घोष इस कंपनी के पहसे अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक (सीएमडी) थे. वह एक 1.11.1975 से 31.8.1977 तक पदस्थापित थे.

एक दर्जन से अधिक तरह के काम कर रही है कंपनी

सीएमपीडीआइ आज एक दर्जन से अधिक प्रकार के काम कर रही है. कंपनी कोयला की संभावना खोजती है. इसके खनन का प्लान तैयार करती है. कोयले को लेकर अनुसंधान का काम करती है. खनन क्षेत्र में काम करने वाली कंपनियों के लिए प्रबंधन सलाहकार के रूप में काम करती है. सीएमपीडीआइ दूसरी कंपनियों के लिए इंफॉरमेशन और कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी के अलावा पर्यावरण सलाहकार के रूप में भी काम करती है. कंपनी अब माइनिंग इलेक्ट्रोनिक्स और जियोमैटिक्स के रूप में भी काम कर रही है. जरूरत पड़ने पर खनन सहित अन्य कंपनियों के सर्टिफिकेशन के लिए भी सलाहकार की भूमिका निभाती है. कोल बेड मिथन और सिविल के क्षेत्र में भी सलाहकार की भूमिका में काम कर रही है.

समारोह आज, आइसीएआर के पूर्व डीजी होंगे मुख्य अतिथि

स्थापना दिवस समारोह का आयोजन गुरुवार को कंपनी के कांके रोड स्थित परिसर में होगा. इसके मुख्य अतिथि भारत सरकार के पूर्व महानिदेशक वन शरद चंद्र नेगी होंगे. वर्तमान में वह भारत सरकार के इम्पैक्स एसेसमेंट कमेटी के चेयरमैन हैं. इस मौके पर पूर्व कोयला अधिकारियों को भी सम्मानित किया जायेगा. शाम में सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा.

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