पहली छमाही में नक्सलियों ने की 11 पुलिस मुखबिरों की हत्या
एजेंसियां, नयी दिल्लीनक्सलियों ने ने छत्तीसगढ़ में वर्ष 2015 की पहली छमाही में 11 पुलिस मुखबिरों की हत्या कर दी. गृह मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, अधिकतर मुखबिर छत्तीसगढ़ के ग्रामीण इलाकों में मारे गये, जहां नक्सलियों का बड़े हिस्से पर दबदबा है. झारखंड, बिहार, ओडि़शा और महाराष्ट्र में हालांकि सुरक्षा हालात में सुधार हैं, […]
एजेंसियां, नयी दिल्लीनक्सलियों ने ने छत्तीसगढ़ में वर्ष 2015 की पहली छमाही में 11 पुलिस मुखबिरों की हत्या कर दी. गृह मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, अधिकतर मुखबिर छत्तीसगढ़ के ग्रामीण इलाकों में मारे गये, जहां नक्सलियों का बड़े हिस्से पर दबदबा है. झारखंड, बिहार, ओडि़शा और महाराष्ट्र में हालांकि सुरक्षा हालात में सुधार हैं, जहां नक्सल हिंसा की घटनाओं में काफी कमी आयी है. देश भर में एक जनवरी से 15 जून, 2015 के बीच नक्सल हिंसा की कुल 562 घटनाएं हुईं. वर्ष 2015 में 15 जून तक 184 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया. पिछले साल की समान अवधि में 176 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था. वहीं, छत्तीसगढ़ में इस साल अब तक 82 माओवादियों ने हथियार डाले हैं. पिछले साल यह आंकड़ा मात्र 35 था. झारखंड में 15 जून तक सुरक्षाबलों ने 19 माओवादियों को मार गिराया. 2014 में ये आंकड़ा केवल दो था. इसी प्रकार झारखंड में सुरक्षाबलों ने समीक्षाधीन अवधि में 177 माओवादियों को गिरफ्तार किया. पिछले साल की समान अवधि में ये आंकड़ा 142 था.नक्सली हिंसा की घटनाओं में आयी कमीराज्यवर्ष 2015वर्ष 2014झारखंड155188बिहार5555ओडि़शा 3161महाराष्ट्र2543