ज्यादा बच्चे, तो उनके लिए संसाधन कम : डॉ अंजना झा
फोटो ट्रैक- विश्व जनसंख्या दिवस पर वाइएमसीए का सेमिनाररांची. विश्व जनसंख्या दिवस पर वाइएमसीए द्वारा सामुदायिक विकास कार्यक्रम के तहत सिटी ब्रांच में सेमिनार का आयोजन किया गया. इसमें मुख्य वक्ता, रॉग्स की उपाध्यक्ष डॉ अंजना झा (महिला रोग विशेषज्ञ) ने कहा कि जनसंख्या विस्फोट की स्थिति बन रही है. दुनिया की आबादी 700 करोड़ […]
फोटो ट्रैक- विश्व जनसंख्या दिवस पर वाइएमसीए का सेमिनाररांची. विश्व जनसंख्या दिवस पर वाइएमसीए द्वारा सामुदायिक विकास कार्यक्रम के तहत सिटी ब्रांच में सेमिनार का आयोजन किया गया. इसमें मुख्य वक्ता, रॉग्स की उपाध्यक्ष डॉ अंजना झा (महिला रोग विशेषज्ञ) ने कहा कि जनसंख्या विस्फोट की स्थिति बन रही है. दुनिया की आबादी 700 करोड़ हो चुकी है. ज्यादा बच्चे होने पर उनके लिए संसाधनों की उपलब्धता कम होती है. बच्चों के अच्छे लालन – पालन के लिए आवश्यक है कि उनकी संख्या कम हो. कई बार गरीबी और अशिक्षा के कारण लोग यह सोचते हैं कि ज्यादा बच्चे भविष्य में अधिक कमाई का जरिया बनेंगे. पर, ऐसा सोच गलत है. उन्होंने कहा कि 40 फीसदी बच्चों का जन्म अनचाहे होता है. 40 लाख गर्भपात होते हैं. आंकड़े भयावह हैं. उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन के कई उपाय हैं, जिनकी जानकारी डॉक्टर्स से ले सकते हैं. अपने घर-समाज में लड़के-लड़कियों में भेदभाव न करें. इससे पूर्व मो मिन्हाज ने कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला. कार्यक्रम का संचालन वरीय सचिव चोन्हस कुजूर ने किया. वरीय सचिव हेमंत अग्रवाल, डॉ रेणुका तिर्की, डॉ फ्रैंकलिन बखला, इग्नू की छात्रा तमन्ना, राजेंद्र राम, अशोक राम, शफीकुन्निसा व सामुदायिक केंद्रों से जुड़ी महिलाएं उपस्थित थीं.