गरीबों का हमदर्द बनें अधिकारी : मुख्यमंत्री

प्रशिक्षु आइएएस अधिकारियों ने सीएम से की मुलाकात रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने 2014 बैच के झारखंड कैडर के प्रशिक्षु आइएएसपदाधिकारियों से कहा कि ईमानदारी का कोई मूल्य नहीं होता है. जनता उन्हें ही याद रखती है, जो अपनी सेवा से लोगों पर अमिट छाप छोड़ जाते हैं. अधिकारी जनता से जुड़ें और गरीबों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 14, 2015 2:12 AM
प्रशिक्षु आइएएस अधिकारियों ने सीएम से की मुलाकात
रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने 2014 बैच के झारखंड कैडर के प्रशिक्षु आइएएसपदाधिकारियों से कहा कि ईमानदारी का कोई मूल्य नहीं होता है. जनता उन्हें ही याद रखती है, जो अपनी सेवा से लोगों पर अमिट छाप छोड़ जाते हैं. अधिकारी जनता से जुड़ें और गरीबों के हमदर्द बन कर अपने जीवन को कृतार्थ करें. एटीआइ में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे भारतीय प्रशासनिक सेवा के नवनियुक्त प्रशिक्षु पदाधिकारी मुख्यमंत्री से शिष्टाचार भेंट के लिए प्रोजेक्ट भवन आये थे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा सरकारी तंत्र लोगों तक नहीं पहुंचता एवं योजनाएं भी लक्षित समुदाय तक नहीं पहुंचने के कारण बहुत सी विसंगतियां उत्पन्न होती हैं. इस कारण उग्रवाद पनपता है और विधि व्यवस्था की समस्या भी आये दिन उत्पन्न होती है. राजनेता भी सिर्फ वोट मांगने के समय ही जनता के द्वार तक पहुंच पाते हैं, जिसके कारण संवादहीनता का माहौल उत्पन्न होता है. उन्होंने कहा कि नये पदाधिकारी राज्य के विभिन्न जिलों/अनुमंडलों में पदस्थापित होंगे.
अत: उन्हें कोशिश करनी है कि सरकार की नीतियों, योजनाओं एवं कार्यक्रमों से आमलोग अधिक से अधिक लाभांवित हो. उन्होंने कहा कि झारखंड बदल रहा है एवं नवनियुक्त युवा पदाधिकारी इस बदलाव के वाहक बने.
सीएम ने एटीआइ के महानिदेशक सुधीर प्रसाद सुधीर प्रसाद से कहा कि 23 जुलाई से आठ अगस्त तक झारखंड दर्शन कार्यक्रम के दौरान इन्हें नेतरहाट, किरीबुरू, मसानजोर डैम, चांडिल डैम, राजमहल के फॉसिल पार्क सहित मलूटी, पारसनाथ, बासुकीनाथ, देवघर, इटखोरी इत्यादि स्थलों का भ्रमण कराया जायेगा. इसके अलावा आम्रपाली परियोजना, टाटा, बोकारो के उद्योगों को भी दिखाया जायेगा.
गवर्नर द्रौपदी मुरमू से मिले प्रशिक्षु आइएएस
रांची : झारखंड कैडर के प्रशिक्षु आइएएस ने सोमवार को राज्यपाल द्रौपदी मुरमू से राजभवन में आकर भेंट की. यह उनकी शिष्टाचार भेंट थी. राज्यपाल ने प्रशिक्षुओं से कहा कि वे अपने -अपने क्षेत्र में कर्तव्य का निर्वहन करें और सरकार की योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का प्रयास करें.

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