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ददई दुबे स्वस्थ, भेजे जायेंगे जेल, रिम्स से दी गयी छुट्टी

रांची : सरकारी कार्य में बाधा डालने, पुलिस के साथ गाली-गलौज और हत्या का प्रयास करने के आरोप में गिरफ्तार पूर्व मंत्री चंद्रशेखर दुबे उर्फ ददई दुबे को रिम्स के राज्यस्तरीय मेडिकल बोर्ड ने स्वस्थ घोषित किया है. सोमवार को ददई दुबे के स्वास्थ्य की जांच की गयी. कार्डियोलॉजी विभाग के चिकित्सक डॉ रितेश कुमार […]

रांची : सरकारी कार्य में बाधा डालने, पुलिस के साथ गाली-गलौज और हत्या का प्रयास करने के आरोप में गिरफ्तार पूर्व मंत्री चंद्रशेखर दुबे उर्फ ददई दुबे को रिम्स के राज्यस्तरीय मेडिकल बोर्ड ने स्वस्थ घोषित किया है. सोमवार को ददई दुबे के स्वास्थ्य की जांच की गयी.
कार्डियोलॉजी विभाग के चिकित्सक डॉ रितेश कुमार ने उनकी इको व टीएमटी जांच की. इसमें सब सामान्य पाया गया. इको में ब्लड प्रेशर बढ़ने के लक्षण मिले, जो दवा से ठीक हो सकता है. जांच के बाद दिन के तीन बजे मेडिकल बोर्ड की बैठक फिर से हुई. सभी विभागों के डॉक्टरों से राय लेने के बाद उन्हें रिम्स से छुट्टी देने का निर्णय लिया गया. इसके बाद उन्हें रिम्स से छुट्टी दे दी गयी. ददई को अब फिर से जेल जाना पड़ सकता है.
इमरजेंसी व ओपीडी में करा सकते हैं इलाज : मेडिकल बोर्ड ने ददई दुबे को दवाओं का नियमित सेवन करने की सलाह दी है. कहा है कि अगर वह किसी प्रकार की समस्या महसूस करते हैं, तो रिम्स की इमरजेंसी व ओपीडी में इलाज के लिए आ सकते हैं.
विशेषज्ञ डॉक्टरों ने की जांच
रिम्स में भरती होने के बाद ददई दुबे ने डॉक्टरों को जिस बीमारी व समस्या से अवगत कराया था, उसके विशेषज्ञ चिकित्सकों को मेडिकल बोर्ड में शामिल किया गया था. हर विभाग के चिकित्सकों ने उनके स्वास्थ्य की जांच अपने तरीके से की. टीम में शामिल कार्डियोलॉजी के विभागाध्यक्ष डॉ हेमंत नारायण राय की तबीयत सोमवार को खराब हो गयी, इस कारण उन्होंने दो दिन की छुट्टी ली है.
निदेशक करते रहे गुमराह : रिम्स निदेशक डॉ एसके चौधरी पूरे मामले में मीडिया को गुमराह करते रहे. रविवार को उन्होंने मेडिकल बोर्ड की बैठक के बाद मीडिया को आधिकारिक जानकारी दी कि ददई दुबे को इलाज के लिए हायर सेंटर (एम्स) भेजने का निर्णय लिया गया है. पर शाम को वह इस बयान से बदल गये. डॉ एसके चौधरी मेडिकल बोर्ड के चेयरमैन भी हैं.
तीन दिन में छोड़ना होगा कॉटेज
रिम्स में इलाज के दौरान रेफर होनेवाले वीआइपी कैदी अब रिम्स में तीन दिन से ज्यादा दिन नहीं रह पायेंगे. स्वास्थ्य विभाग ने यह निर्देश दिया है. निदेशक डॉ एसके चौधरी ने बताया कि विभाग ने स्पष्ट कहा है कि मेडिकल बोर्ड में अगर किसी वीआइपी कैदी को रेफर कर दिया जाता है, तो उसे हर हाल में वहां से जाना होगा. बावजूद कैदी कॉटेज में रहता है, तो इसकी जवाबदेही पुलिस प्रशासन की होगी.
सोमवार को ददई दुबे की इको व टीएमटी जांच की गयी, जिसमें सब स्थिर पाया गया. जांच रिपोर्ट के बाद मेडिकल बोर्ड ने उन्हें रिम्स से छुट्टी दे दी है.
डॉ एसके चौधरी, निदेशक रिम्स
सरकार के एक मंत्री ने तैयार की लॉबी: ददई
रांची : पूर्व मंत्री ददई दुबे ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि राज्य सरकार के एक मंत्री द्वारा लॉबी की गयी है. मैं डॉ हेमंत नारायण से इलाज नहीं कराना चाहता था, क्योंकि मैंने कभी उनके बारे में सुना था कि उनका इलाज अच्छा नहीं है. मैं डरा हुआ हूं कि कहीं उनकी अक्षमता के कारण मेरी तबीयत ज्यादा नहीं खराब हो जाये. अखबार में यह प्रकाशित किया जा रहा है कि मैं यहां के चिकित्सकों पर एम्स जाने के लिए दबाव डाल रहा हूं , जो गलत है.

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