मूंगफली उत्पादन बढ़ाने पर शोध करेगा बीएयू (फोटो : ट्रैक पर)

राष्ट्रीय मूंगफली शोध संस्थान जूनागढ़ का प्रोजेक्ट डॉ रतन होंगे नोडल पदाधिकारी वरीय संवाददातारांची : राज्य में मूंगफली उत्पादन की तकनीक के प्रसार के लिए राष्ट्रीय मूंगफली शोध संस्थान, जूनागढ़ (गुजरात) ने 2015-16 के लिए योजना बिरसा कृषि विश्वविद्यालय को प्रोजेक्ट दिया है. प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ आरपी सिंह रतन इस योजना के नोडल पदाधिकारी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 15, 2015 6:07 PM

राष्ट्रीय मूंगफली शोध संस्थान जूनागढ़ का प्रोजेक्ट डॉ रतन होंगे नोडल पदाधिकारी वरीय संवाददातारांची : राज्य में मूंगफली उत्पादन की तकनीक के प्रसार के लिए राष्ट्रीय मूंगफली शोध संस्थान, जूनागढ़ (गुजरात) ने 2015-16 के लिए योजना बिरसा कृषि विश्वविद्यालय को प्रोजेक्ट दिया है. प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ आरपी सिंह रतन इस योजना के नोडल पदाधिकारी होंगे. प्रसार शिक्षा विभाग की अध्यक्ष डॉ निभा बाड़ा को परियोजना प्रभारी बनाया गया है. डॉ रतन ने इस योजना के सफल संचालन के लिए एक टीम तैयार की है. इसमें कृषि अभियंत्रण विभाग के डॉ डीके रुसिया, पौधा रोग विभाग की डॉ सबिता एक्का तथा पौधा प्रजनन विभाग की डॉ शशि किरण तिर्की को शामिल किया गया है. जिला स्तर पर योजना संचालन के लिए केवीके सिमडेगा के डॉ अशोक कुमार तथा केवीके लोहरदगा के डॉ शंकर कुमार सिंह को रखा गया है. परियोजना प्रभारी डॉ निभा बाड़ा ने बताया कि इस योजना के तहत चालू खरीफ मौसम में जनजातीय बहुल रांची, लोहरदगा और सिमडेगा में जनजातीय किसानों के कुल 40 हेक्टेयर भूमि में प्रत्यक्षण का काम होगा. रांची में नामकुम, कांके, मांडर, लोहरदगा जिले के भंडरो तथा सिमडेगा जिले के जलडेगा में करीब 400 जनजातीय किसानों को लाभ मिलेगा. राष्ट्रीय मूंगफली शोध संस्थान ने टीजी-37 प्रभेद का बीज उपलब्ध कराया है. हरेक किसानों की 25 डिसमिल भूमि में मूंगफली लगायी गयी है.

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