झारखंड में सड़कों का जाल : 5200 किमी का निर्माण पूरा, NHAI की 40 हजार करोड़ की परियोजना पर चल रहा काम

राज्य में एनएचएआई के माध्यम से कई सड़क योजनाओं का निर्माण कराया जा रहा है. राज्य सरकार की सकारात्मक पहल की वजह से एनएचएआई के माध्यम से 40 हजार करोड़ की सड़क योजनाओं पर राज्य में काम हो रहा है.

By Mithilesh Jha | January 11, 2024 6:29 PM
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झारखंड सरकार के पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव सुनील कुमार ने चार साल की उपलब्धियां गिनाईं हैं. बृहस्पतिवार (11 जनवरी) को सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय के सभागार में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके उन्होंने बताया कि झारखंड में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है. पिछले चार साल में 5,200 किलोमीटर सड़कों का निर्माण किया गया है. 4,600 किलोमीटर रोड का कंस्ट्रक्शन चल रहा है. कहा कि झारखंड भवन समेत अन्य कई भवनों का निर्माण बहुत जल्द पूरा हो जाएगा. उन्होंने कहा कि चार सालों में मुख्यमंत्री के दिशा-निर्देश में पूरे राज्य में पथ निर्माण विभाग और भवन निर्माण विभाग ने बेहतर कार्य किया है. लंबित योजनाओं को पूरा करने के साथ नई योजनाओं की स्वीकृति और पूर्व की योजनाओं को पूर्ण कर जनता को सौंपा जा चुका है.

  • झारखंड भवन सहित कई अन्य भवनों का जल्द पूरा होगा निर्माण

  • प्रधान सचिव ने गिनाई पथ निर्माण एवं भवन निर्माण विभाग की उपलब्धियां

बजट का 95 फीसदी पैसा खर्च किया : पथ एवं भवन निर्माण सचिव

पथ एवं भवन निर्माण विभाग के प्रधान सचिव ने बताया कि चार साल में विभाग आवंटित बजट का 95 फीसदी खर्च किया है. वित्तीय वर्ष 2023-24 की बात करें, तो अब तक 60 प्रतिशत राशि खर्च हो चुकी है. राज्य में कुल 17 हजार किलोमीटर सड़क का निर्माण होना है, जिसमें 14 हजार किलोमीटर का निर्माण हो चुका है. 2,000 किलोमीटर सड़क का निर्माण नेशनल हाईवे के माध्यम से हो रहा है. झारखंड सरकार की ओर से कुल 5,200 किलोमीटर सड़क बनाई जा चुकी है. 4600 किलोमीटर सड़क का निर्माण जारी है. उन्होंने बताया कि 283 योजनाएं चल रहीं हैं. 398 बड़े पुल-पुलिया का निर्माण हो चुका है. चार साल में 6,500 किलोमीटर की 525 योजनाओं को स्वीकृति प्रदान की गई है.

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भारतमाला परियोजना पर खर्च हो रहे 2500 करोड़ रुपए

उन्होंने बताया कि राज्य में एनएचएआई के माध्यम से कई सड़क योजनाओं का निर्माण कराया जा रहा है. राज्य सरकार की सकारात्मक पहल की वजह से एनएचएआई के माध्यम से 40 हजार करोड़ की सड़क योजनाओं पर राज्य में काम हो रहा है. वहीं, भारतमाला परियोजना पर 2,500 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं. सुनील कुमार ने कहा कि राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों के साथ शहरी क्षेत्रों की सड़कों का भी विकास किया जा रहा है. रांची के इनर रिंग रोड के 10 पार्ट में से कुल तीन पार्ट को स्वीकृति मिल चुकी है. 194 किलोमीटर लंबे आउटर रिंग रोड का डीपीआर तैयार कर लिया गया है.

रिंग रोड कनेक्टिविटी पर चल रहा काम

उन्होंने बताया कि रिंग रोड की कनेक्टिविटी पर काम चल रहा है. कई और कनेक्टिंग रोड की स्वीकृति भी दी गई है. उन्होंने कहा कि कांटाटोली से सिरमटोली फ्लाईओवर को जोड़ने की स्वीकृति दी जा चुकी है. हरमू फ्लाईओवर के निर्माण की प्रक्रिया पूर्ण की जा रही है. अन्य शहरों में भी फ्लाईओवर का निर्माण हो रहा है. राज्य सरकार की पहल से राज्य में एक्सप्रेस-वे कॉरिडोर, टूरिस्ट एक्सप्रेस-वे कॉरिडोर पर भी काम चल रहा है. इसके अलावा वर्ल्ड बैंक के सहयोग से भी सड़कें बन रहीं हैं. करमटोली एलिवेटेड रोड का डीपीआर लगभग तैयार है.

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झारखंड भवन सहित कई भवनों का जल्द पूरा होगा निर्माण

सुनील कुमार ने बताया कि भवन निर्माण विभाग की ओर से राज्य में और राज्य के बाहर कई भवनों का निर्माण किया जा रहा है. इनमें से ज्यादातर भवनों का निर्माण पूरा हो चुका है. उन्होंने बताया कि राज्य में दो नये मेडिकल कॉलेज 500 बेड वाले अस्पताल, सामुदायिक केंद्र, क्रिटिकल केयर ब्लॉक, अनुमंडलीय अस्पताल, बोकारो मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलिटेक्निक डिग्री कॉलेज के साथ-साथ पर्यटन, कला, संस्कृति खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग के विभिन्न टूरिस्ट स्पॉट, कृषि एवं पशुपालन विभाग के कोल्ड स्टोरेज का निर्माण कार्य भी कराया जा रहा है. इसके लिए भवन निर्माण निगम लिमिटेड की ओर से भी विभिन्न विभागों की बिल्डिंगों का निर्माण सुनिश्चित किया जाता है.

2022-23 के बजट में 96 फीसदी से ज्यादा खर्च

विभाग ने वर्ष 2022-23 में 603 करोड़ के बजट के विरुद्ध 96 प्रतिशत से ज्यादा व्यय भवन निर्माण पर किया था. वहीं, चालू वित्तीय वर्ष में विभाग ने 76 प्रतिशत व्यय अब तक किया है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य रूप से निदेशक सूचना एवं जनसंपर्क विभाग राजीव लोचन बख्शी सहित पथ निर्माण एवं भवन निर्माण विभाग के कई पदाधिकारी उपस्थित थे.

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