बिना निबंधन के ही दुकानों से बेची गयी 1.16 करोड़ रुपये की दवाइयां

रांची : राज्य में बिना निबंधन के चल रही तीन दवा दुकानों ने 1.16 करोड़ रुपये की दवाइयां बेची हैं. ट्रांसपोर्ट कंपनियों की ओर से आवश्यक कागजात के बिना ही सामग्रियों की ढुलाइ की जा रही 22 लाख रुपये की सामग्री जब्त की गयी. साथ ही बगैर आवश्यक कागजात के 75 हजार वर्ग फुट मार्बल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2015 2:32 AM
रांची : राज्य में बिना निबंधन के चल रही तीन दवा दुकानों ने 1.16 करोड़ रुपये की दवाइयां बेची हैं. ट्रांसपोर्ट कंपनियों की ओर से आवश्यक कागजात के बिना ही सामग्रियों की ढुलाइ की जा रही 22 लाख रुपये की सामग्री जब्त की गयी. साथ ही बगैर आवश्यक कागजात के 75 हजार वर्ग फुट मार्बल और ग्रेनाइट का व्यापार करने का मामला पकड़ में आया.
वाणिज्यकर विभाग ने आरोपी व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है. वाणिज्यकर सचिव निधि खरे के निर्देश पर कुछ दवा दुकानों, ट्रांसपोर्टरों और मार्बल व्यापारियों के यहां जांच की गयी. इसमें बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की बात सामने आयी. वाणिज्य कर के अधिकारियों ने इरबा में चल रही तीन दवा दुकानों की जांच की. जांच में पाया गया कि मेडी प्लस और हर्ष फार्मा नामक दुकानों का संचालन सितंबर 2009 से हो रहा है.
वहीं सैम मेडिको मार्च 2013 से चल रहा है. इनमें से किसी भी दुकान के पास वाणिज्यकर विभाग का रजिस्ट्रेशन नहीं है. मेडी प्लस ने दुकान खोलने के बाद से जून 2015 तक 19.95 लाख रुपये की दवाइयों की बिक्री की. जून में इस दुकान में 18.17 लाख रुपये की दवाइयों का स्टॉक था. हर्ष फार्मा ने दुकान खोलने के बाद जून 2015 तक 20.19 लाख रुपये की दवाइयों की बिक्री की. दुकान में 10.13 लाख रुपये का स्टॉक पाया गया. सैम मेडिको ने दुकान खोलने के बाद से जून 2015 तक 74.67 लाख रुपये की बिक्री की. विभागीय अधिकारियों ने आजाद कैरिंग, दीपक रोड लाइंस और बोकारो ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन की जांच की.
इसमें आजाद कैरिंग के पास 3.25 लाख, बोकारो ट्रांसपोर्ट के पास 3.25 लाख और दीपक रोडवेज के पास 15.75 लाख रुपये के सामान बगैर किसी दस्तावेज के पाये गये. विभाग ने इस भी ट्रांसपोर्टरों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है. बोकारो ट्रांसपोर्ट ने दंड के रूप में 74 हजार रुपया सरकारी खजाने में जमा भी करा दिया है. अन्नपूर्णा ट्रांस्पोर्ट और जोशी ट्रांसपोर्ट के खिलाफ गड़बड़ी के मामले में कार्रवाई की जा रही है.
वाणिज्यकर विभाग ने डिबडीह स्थित सागर मार्बल, अग्रवाल मार्बल,पूनम जैन मार्बल और राधा मार्बल के ठिकानों पर जांच में बगैर हिसाब किताब से 75 हजार वर्ग फुट मार्बल और ग्रेनाइट पाये. इन व्यापारियों के खिलाफ वैट अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है.

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