गोरखधंधा : बिचौलिये व अधिकारी हो रहे मालामाल
30 एकड़ गैर मजरूआ जमीन का हो रहा कारोबार, 10 एकड़ की हो गयी रजिस्ट्री रांची : रातू (काठीटांड़) के निकट पिर्रा में 30 एकड़ गैर मजरुआ जमीन बेची जा रही है. अभी तक करीब 10 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री भी करा दी गयी है. पिर्रा के नाला, टुंगरी, पठारी जमीन भी जेसीबी से समतल […]
30 एकड़ गैर मजरूआ जमीन का हो रहा कारोबार, 10 एकड़ की हो गयी रजिस्ट्री
रांची : रातू (काठीटांड़) के निकट पिर्रा में 30 एकड़ गैर मजरुआ जमीन बेची जा रही है. अभी तक करीब 10 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री भी करा दी गयी है. पिर्रा के नाला, टुंगरी, पठारी जमीन भी जेसीबी से समतल करके बेची जा रही है. मशीन लगा कर मोरम के टीले को समतल कर दिया गया है.
वहीं पूरा मोरम भी बेच दिया गया. पत्थर तोड़ कर उसकी भी धड़ल्ले से बिक्री की जा रही है. अभी भी वहां चट्टान तोड़ने व टुंगरी को समतल करने का काम चल रहा है. सबसे दिलचस्प बात है कि इसकी जानकारी संबंधित सारे सरकारी तंत्र को है, फिर भी सबने चुप्पी साध रखी है. अब तक गैर मजरूआ जमीन की बिक्री का धंधा नहीं रुका है.
फंसते जा रहे हैं ग्राहक
यहां की जमीन लेकर ग्राहक फंसते जा रहे हैं. उन्हें वास्तविक तथ्य की जानकारी नही दी जा रही है. फरजी कागजात व खतियान दिखा कर जमीन बेची जा रही है. ज्यादातर ग्राहक रांची से बाहर के ही हैं. उन्हें जमीन की वास्तविक स्थिति के बारे में पता नहीं है.
सूची रजिस्ट्री ऑफिस को दी गयी है : सीओ
कांके के अंचलाधिकारी ने बताया कि हमने पहले ही गैर मजरूआ जमीन की सूची रजिस्ट्री ऑफिस को दे दी है. आग्रह किया गया है कि जमीन की रजिस्ट्री न करें. इसके बावजूद अगर गैर मजरूआ जमीन की रजिस्ट्री हो रही है, तो इस मामले में कोई शिकायत करे, तत्काल कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा कि इस मामले को गंभीरता से लिया जायेगा.
करोड़ों कमा चुके हैं धंधे में शामिल लोग
जमीन के अवैध धंधे में लिप्त माफियाओं ने करोड़ों की कमाई अब तक कर ली है. इस इलाके में प्रति डिसमिल 2 से 2.5 लाख रुपये के हिसाब से जमीन बेची जा रही है. अब तक बेची गयी गैर मजरु़आ जमीन से ही 20 से 25 करोड़ की उगाही की जा चुकी है. जानकार बताते हैं कि केवल धंधे में लिप्त लोगों ने ही कमाई नहीं की है, बल्कि इसमें सरकारी कर्मचारियों व अधिकारियों की भी मिलीभगत है.
शिकायतें पहुंची हैं ऊपर तक
गैर मजरूआ जमीन को बेचने की शिकायत ऊपर तक पहुंची है. विभिन्न माध्यमों से शिकायतें की गयी है. यहां तक कि इसकी सूचना रजिस्ट्री ऑफिस को भी दी गयी है, ताकि रजिस्ट्री न हो सके. फिर भी सारा धंधा चल रहा है.