जांच में कोताही बरतने की सीएम से शिकायत

रांची : जनता दरबार में आधा दर्जन से अधिक लोगों ने पुलिस की ओर से जांच में कोताही बरतने का आरोप लगाया. कहा गया कि उनकी ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया है. इसके बावजूद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की जा रही है. गुमला निवासी गीता देवी ने बताया कि पति की हत्या 21 सिंतबर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 19, 2015 12:43 AM
रांची : जनता दरबार में आधा दर्जन से अधिक लोगों ने पुलिस की ओर से जांच में कोताही बरतने का आरोप लगाया. कहा गया कि उनकी ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया है. इसके बावजूद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की जा रही है.
गुमला निवासी गीता देवी ने बताया कि पति की हत्या 21 सिंतबर 2012 को पीएलएफआइ ने कर दी थी. इसके बाद 30 नवंबर को गांव में दो लोगों की हत्या हुई. इसमें पुलिस ने उस पर ही मामला दर्ज कर दिया. उस पर पीएलएफआइ की मदद से गांव के दो लोगों की हत्या करने का आरोप लगाया.
गीता देवी ने बताया कि जिस दिन उनके पति की हत्या हुई थी, उसकी बेटी सिर्फ दो माह की थी. पुलिस की इस कार्रवाई के कारण सरकार की ओर से उसे न तो मुआवजा मिला और ना ही नौकरी. इस पर मुख्यमंत्री ने जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया.
रांची निवासी अनामिका कुमार ने बताया कि उनकी बेटी की शादी इटखोरी निवासी प्रदीप राणा से हुई थी. उनकी बेटी की हत्या दहेज प्रताड़ना को लेकर कर दी गयी है, लेकिन अब तक परिवार के लोगों को गिरफ्तार नहीं किया गया है. रांची निवासी मुकेश सोनी ने बताया कि उनके भाई व्यवसायी सुधीर कुमार सोनी की हत्या 11 मई 2015 को हुई थी.
पुलिस ने अब तक अभियुक्तों को गिरफ्तार भी नहीं किया है. हत्या के मामले को छिनतई में तब्दील करने की कोशिश की जा रही है. अब तक पुलिस ने दुकान से सीसीटीवी का फुटेज भी नहीं लिया है.
कोकर निवासी धीरेंद्र पांडेय ने बताया कि 11 मई 2010 को उनके बेटा का निधन बस दुर्घटना में हो गया था. इसके विरोध में सड़क जाम किया गया था. इसमें पुलिस ने उन्हें ही अभियुक्त बना दिया है. उन्हें किसी प्रकार का मुआवजा भी नहीं मिला. इस पर मुख्यमंत्री ने जांच कर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया.

Next Article

Exit mobile version