समर्थन जुटा रहे सुखदेव भगत

रांची: कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत लोहरदगा उपचुनाव को लेकर एक्सरसाइज कर रहे हैं. सुखदेव भगत उपचुनाव में पूरी मजबूती के साथ इस बार दावं लगायेंगे. कहीं कोई चूक ना हो, इसके लिए पार्टी के अंदर और बाहर हवा बनाने में लगें हैं. नेताओं का समर्थन हासिल करने में जुटे हैं. श्री भगत की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 22, 2015 3:01 AM
रांची: कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत लोहरदगा उपचुनाव को लेकर एक्सरसाइज कर रहे हैं. सुखदेव भगत उपचुनाव में पूरी मजबूती के साथ इस बार दावं लगायेंगे. कहीं कोई चूक ना हो, इसके लिए पार्टी के अंदर और बाहर हवा बनाने में लगें हैं. नेताओं का समर्थन हासिल करने में जुटे हैं.
श्री भगत की कोशिश है कि इस बार लोहरदगा में विपक्ष के वह साझा उम्मीदवार बने. कांग्रेस ने इसी के मद्देनजर झामुमो से नजदीकियां बढ़ायी है. श्री भगत की कोशिश है कि इस बार कोई दूसरा राजनीतिक खिलाड़ी खेल ना बिगाड़ दे. श्री भगत ने बंधु तिर्की से भी संपर्क साधा है. वह श्री तिर्की को लोहरदगा से चुनाव नहीं लड़ने के लिए राजी करने में लगे हैं. संभावना है कि इस बार लोहरदगा में श्री तिर्की झाविमो की टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं.
पार्टी के अंदर भी श्री भगत सबकुछ दुरुस्त करने में लगे हैं. पार्टी के दूसरे खेमा के नेताओं से संपर्क साधा है. श्री भगत के विरोधी माने जाने वाले नेता प्रदीप बलमुचु और धीरज साहू का भी मान-मनव्वल हो रहा है. श्री भगत ने सुबोधकांत सहाय से भी उपचुनाव को लेकर चर्चा की है. प्रदेश के चुनिंदा पदाधिकारी और वरिष्ठ नेता लोहरदगा उपचुनाव में जुटेंगे. पदाधिकारियों और नेताओं को अलग-अलग टास्क दिया जायेगा. पंचायत स्तर पर पदाधिकारियों की टीम लगायी जायेगी. पार्टी एक-एक बूथ पर समीकरण अपने पक्ष में करने में जुटी है.
झामुमो को केंद्रीय नेतृत्व के सहारे मनाने की कोशिश
लोहरदगा उपचुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष श्री भगत झामुमो से हर हाल में समर्थन चाहेंगे. इसके लिए केंद्रीय नेतृत्व को लगाया जायेगा. झामुमो से उपचुनाव को लेकर केंद्रीय नेता बात करेंगे. पिछले दिनों प्रदेश प्रभारी बीके हरि प्रसाद से इस सिलसिले में बात हुई. झामुमो नेता हेमंत सोरेन से पार्टी के आला नेता इस मसले पर बात करेंगे. कांग्रेस की दलील है कि श्री भगत पिछले दो चुनाव से 400-500 के मामूली अंतर से पराजित हो रहे हैं. यहां भाजपा के खिलाफ कांग्रेस ही सबसे मजबूत ताकत है. ऐसे में विपक्ष भाजपा को शिकस्त देने के लिए साथ आये.
लोहरदगा उपचुनाव हमारे लिए चुनौती है. विपक्ष के लिए यह देखने का मौका है कि हम कहां खड़े हैं. भाजपा की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ गोलबंदी की शुरुआत लोहरदगा से हो सकती है. हमारी कोशिश है कि विपक्ष यहां साझा उम्मीदवार दे. राजनीतिक परिस्थिति और पिछले चुनाव में प्रदर्शन के हिसाब से कांग्रेस की स्थिति काफी मजबूत है. हम सभी विपक्षी दलों से समर्थन मांग रहे हैं. इसको लेकर केंद्रीय नेताओं से भी बात हुई है. इस बार एक कारगर रणनीति के साथ चुनाव में उतरेंगे.
सुखदेव भगत, कांग्रेस अध्यक्ष व लोहरदगा से पार्टी के उम्मीदवार

Next Article

Exit mobile version