आयकर छापा : बाबा राइस व नानी स्टील के व्यवसायियों के पास
रांची : आयकर की छापेमारी में बाबा राइस मिल के निदेशकों (साहू ग्रुप) ने 12 करोड़ की अघोषित संपत्ति स्वीकार की है. वहीं, नानी स्टील के निदेशकों (मोदी ग्रुप) ने चार करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति होने की बात स्वीकारी है. आयकर विभाग ने बाबा राइस मिल के ठिकानों से छापामारी के दौरान मिले 70 […]
रांची : आयकर की छापेमारी में बाबा राइस मिल के निदेशकों (साहू ग्रुप) ने 12 करोड़ की अघोषित संपत्ति स्वीकार की है. वहीं, नानी स्टील के निदेशकों (मोदी ग्रुप) ने चार करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति होने की बात स्वीकारी है. आयकर विभाग ने बाबा राइस मिल के ठिकानों से छापामारी के दौरान मिले 70 लाख रुपये में से 60 लाख जब्त कर लिये गये हैं. जब्त रकम का कोई लेखा-जोखा साहू ग्रुप के पास नहीं था.
चावल के कच्चे कारोबार से जुड़े दस्तावेज की जांच में करीब चार करोड़ की व्यापारिक गतिविधियों की जानकारी मिली. स्टॉक रजिस्टर व वास्तविक स्टॉक में करीब दो करोड़ रुपये का अंतर पाया गया है. साहू ग्रुप ने किसानों से करीब तीन करोड़ रुपये की धान खरीदी थी. हालांकि इस खरीद का ब्योरा उनके रजिस्टर में अंकित नहीं है. छापामारी में इस ग्रुप की ओर से दलादली, नगड़ी और बरियातू में जमीन खरीदे जाने की जानकारी मिली है.
नानी स्टील के ठिकानों पर छापामारी के दौरान मिले दस्तावेज के आधार पर हुई पूछताछ में मोदी ग्रुप ने अपने पास चार करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति होने की बात स्वीकार कर ली है. विभागीय अधिकारी अब इससे संबंधित आवश्यक दस्तावेज तैयार कर रहे हैं. आयकर अनुसंधान अपर निदेशक अरविंद कुमार के निर्देश पर आयकर अधिकारियों ने 22 जुलाई को बाबा राइस मिल के 13 और नानी स्टील से जुड़े छह ठिकानों पर छापामारी शुरू की थी.
छापेमारी दल का नेतृत्व उप निदेशक मयंक मिश्र और रंजीत मधुकर कर रहे थे. छापामारी में 50 से अधिक आयकर अधिकारियों को शामिल किया गया था.