असंगठित मजदूरों की संख्या एक लाख, निबंधित मात्र 15 हजार
डीडीसी ने असंतोष जाहिर किया रांची : रांची जिले में असंगठित मजदूरों की संख्या एक लाख 12 हजार है. इनमें मात्र 15 हजार मजदूर ही निबंधित हैं. डीडीसी वीरेंद्र कुमार सिंह ने इस पर असंतोष जाहिर किया है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि एक माह के अंदर दिये गये लक्ष्य का 50 प्रतिशत […]
डीडीसी ने असंतोष जाहिर किया
रांची : रांची जिले में असंगठित मजदूरों की संख्या एक लाख 12 हजार है. इनमें मात्र 15 हजार मजदूर ही निबंधित हैं. डीडीसी वीरेंद्र कुमार सिंह ने इस पर असंतोष जाहिर किया है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि एक माह के अंदर दिये गये लक्ष्य का 50 प्रतिशत पूरा करें, अन्यथा अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी. डीडीसी श्री सिंह शुक्रवार को श्रम विभाग के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर मजदूरों के निबंधन की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे.
उन्होंने श्रम अधीक्षक उमेश प्रसाद सिंह व सहायक श्रमायुक्त राजेश कुमार को निर्देश दिया कि निबंधन की संख्या बढ़े, इसके लिए पंचायत स्तर पर प्रचार-प्रसार करें. असंगठित मजदूरों का निबंधन होने से उन्हें कार्ड जारी किया जायेगा. कार्ड जारी होने से सरकार की योजनाओं का लाभ उन्हें मिल सकेगा. प्रचार-प्रसार व्यापक हो, इसके लिए पंचायत सेवक, वीएलडब्ल्यू, आंगनबाड़ी सेविका व साक्षरता कर्मियों को शामिल करें.
एक लाख लोगों को साक्षर बनाने का लक्ष्य
डीडीसी वीरेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में शुक्रवार को जिला साक्षरता मिशन के अधिकारियों की भी बैठक बुलायी गयी. बैठक में पूरे रांची जिले में साक्षरता दर को बढ़ाने पर विस्तार से चर्चा की गयी. साक्षरता समिति का गठन किया गया. रांची जिले में तीन लाख लोग निरक्षर हैं. मिशन ने एक लाख लोगों को साक्षर बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. बैठक में जिला साक्षरता समिति के राजेश कुमार, डॉ ईरा कुमारी समेत कई पदाधिकारी उपस्थित थे.