नक्सलियों की तलाश में छापे
रांची : सीसीएल की खासमहल व कोनार परियोजना में नक्सलियों की ओर से डंपरों को फूंके जाने की घटना के बाद शनिवार को पुलिस ने नक्सलियों की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी है. घटना के बाद शुक्रवार की रात ही बोकारो जोन के आइजी तदाशा मिश्र और बोकारो एसपी ए विजयालक्ष्मी पुलिस व सीआरपीएफ […]
रांची : सीसीएल की खासमहल व कोनार परियोजना में नक्सलियों की ओर से डंपरों को फूंके जाने की घटना के बाद शनिवार को पुलिस ने नक्सलियों की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी है.
घटना के बाद शुक्रवार की रात ही बोकारो जोन के आइजी तदाशा मिश्र और बोकारो एसपी ए विजयालक्ष्मी पुलिस व सीआरपीएफ के जवानों के साथ घटनास्थल पर पहुंची थीं. इसके बाद बोकारो के उप घाट इलाके में नक्सलियों के खिलाफ अभियान शुरू किया गया. ऊपर घाट से सटे हजारीबाग व गिरिडीह सीमा क्षेत्र को सील कर लगातार छापेमारी जारी है.
उत्पादन शुरू, ट्रांसपोर्टिग ठप: घटना के बाद सीआइएसएफ के डीआइजी एम नंदन, बीएंडके के जीएम आरवी सिंह सहित कई अधिकारी भी शनिवार को घटनास्थल पर पहुंचे. आरकेटी कंपनी से जुड़े सांसद पुत्र रिशु पांडेय ने भी अपने सभी जले ट्रकों को देखा और कंपनी के कर्मियों से घटना की जानकारी ली. इधर, घटना के बाद शनिवार से पुन: खासमहल व कोनार परियोजना में कोयले का उत्पादन शुरू हुआ, लेकिन कर्मी दहशत में हैं.
हालांकि शनिवार को ट्रांसपोर्टिग ठप रही. लोकल सेल के ट्रकों का भी कांटा ठप रहा. घटना के बाद बेरमो के कोई भी जनप्रतिनिधि वहां नहीं पहुंचे. ज्ञात हो कि नक्सलियों की कार्रवाई में 23 डंपर पूरी तरह जल कर राख हो गये. शनिवार दोपहर 12 बजे तक हाइवा में कोयला लदे ट्रकों से आग की लपटें व धुआं उठ रहे थे. जलाये गये सभी ट्रक आरकेटी कंपनी के अधीन कोयला ट्रांसपोर्टिग कार्य में लगे थे.
इनमें 12 ट्रक सांसद रवींद्र कुमार पांडेय की कंपनी आरकेटी के हैं. एक डंपर एमपीएल के अधीन चल रहा था.30 वर्षों से यहां ट्रांसपोर्टिग का काम चल रहा है. कभी भी नक्सलियों ने लेवी नहीं मांगी. यदि ऐसा होता, तो निश्चित रूप से प्रशासन को इसकी जानकारी दी जाती. यह घटना नक्सलियों की हताशा का परिणाम है.
रवींद्र कुमार पांडेय, सांसद