रांची में खुलेगी आइसीएसआइ की शाखा

आइसीएसआइ की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा रांची : द इंस्टीटय़ूट ऑफ कंपनीज सेकेट्ररीज ऑफ इंडिया (आइसीएसआइ) की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ममता बिनानी ने कहा कि रांची में शाखा कार्यालय खोला जायेगा. मुख्यमंत्री रघुवर दास से जमीन उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया है. उन्होंने कहा कि झारखंड में कंपनी सेक्रेटरीज के कोर्स से छह हजार से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 26, 2015 1:37 AM
आइसीएसआइ की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा
रांची : द इंस्टीटय़ूट ऑफ कंपनीज सेकेट्ररीज ऑफ इंडिया (आइसीएसआइ) की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ममता बिनानी ने कहा कि रांची में शाखा कार्यालय खोला जायेगा. मुख्यमंत्री रघुवर दास से जमीन उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया है. उन्होंने कहा कि झारखंड में कंपनी सेक्रेटरीज के कोर्स से छह हजार से अधिक स्टूडेंट जुड़े हैं.
अब अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को 15 महीने की जगह दो वर्ष का प्रशिक्षण दिया जायेगा. संस्थान में छात्रों का पंजीकरण और परीक्षा से संबंधित कार्रवाई ऑनलाइन की जा रही है.
रांची के कैपिटोल हिल में शनिवार को मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि संस्थान की तरफ से पांच विशेष विषयों में पीएमक्यू पाठय़क्रम लागू किया गया है. इसमें बैंकिंग विधि, इंश्योरेंस, कानूनी जानकारी, कमोडिटी और मनी मार्केट, व्यक्तिगत संपदा अधिकार, अंतरराष्ट्रीय व्यापार और अन्य कार्य शामिल हैं. कंपनी सेक्रेटरीज के छात्रों को ऑनलाइन प्लेसमेंट की सुविधा भी दी जा रही है.
श्रीमती बिनानी ने कहा कि देश भर में कॉरपोरेट मामलों के मंत्रलय की तरफ से 10 लाख से अधिक कंपनियां निबंधित हैं. इनमें से 90 प्रतिशत निजी कंपनियां हैं. एक प्रतिशत कंपनियां ही वैसी हैं, जहां सेक्रेटरियल प्रैक्टिसेज लागू नहीं है.इसके तहत लिस्टेड कंपनियों को बोर्ड की बैठक कराने और एक्सट्रा ऑर्डिनरी जनरल मीटिंग कराना जरूरी है.
ये सेट स्टैंडर्ड हैं. उन्होंने कहा कि वार्षिक बैलेंस शीट जारी नहीं करने वालों को पांच वर्ष तक कंपनी का निदेशक बनने पर रोक लग सकती है. इसके अलावा एक करोड़ से 10 करोड़ अथवा अधिक का जुर्माना भी हो सकता है. उन्होंने कहा कि कंपनियों के लिए आइएनसी.29 फार्म जारी किया गया है. इस सिंगल फॉर्म में ही निबंधन की औपचारिकताएं पूरी हो सकती हैं. इस मौके पर रांची चैप्टर के अध्यक्ष राजीव रंजन भी मौजूद थे.

Next Article

Exit mobile version