बाल-बाल-बचे लोग, दहशत
जैप-वन की तीसरी मंजिल का छज्जा गिरा, मची अफरा-तफरी रांची : जैप-वन कॉलोनी स्थित ब्लॉक-19 के तीसरी मंजिल का छज्जा सोमवार शाम गिर गया. इस घटना में ब्लॉक के नीचे खड़ी एक महिला बाल-बाल बच गयी. घटना शाम करीब छह बजे घटी. हालांकि इस घटना में किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है. […]
जैप-वन की तीसरी मंजिल का छज्जा गिरा, मची अफरा-तफरी
रांची : जैप-वन कॉलोनी स्थित ब्लॉक-19 के तीसरी मंजिल का छज्जा सोमवार शाम गिर गया. इस घटना में ब्लॉक के नीचे खड़ी एक महिला बाल-बाल बच गयी. घटना शाम करीब छह बजे घटी. हालांकि इस घटना में किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है. छज्जा गिरते ही वहां अफरा-तफरी मच गयी.
तेज आवाज होने के कारण लोग दहशत के कारण इधर-उधर भागने लगे. इसके बाद तुरंत इसकी सूचना जैप के वरीय अधिकारियों को दी गयी. प्रभावित लोगों को तुरंत नये क्वार्टर में शिफ्ट करने का आश्वासन दिया गया है.
बताया जाता है कि जिस तल्ले पर छज्जा गिरा, उसमें सिपाही संजय पुन, हवलदार शिबा कुमार सुब्बा, सिपाही संजय गुरुंग व नरेश दरजी रहते हैं. संजय पुन ने बताया कि शाम होने के कारण कुछ लोग दूध लाने गये थे, जबकि कुछ लोग घर के जरूरी काम से नीचे गये हुए थे. इसी बीच यह हादसा हुआ. यदि क्वार्टर में लोग उस वक्त मौजूद रहते, तो बड़ा हादसा हो सकता था.
मुख्यालय को दे चुके हैं सूचना
संजय पुन सहित कई पुलिसकर्मियों ने जैप-वन मुख्यालय को कॉलोनी के सभी ब्लॉक के जजर्र होने की सूचना दी है. उन्हें कहा गया कि सभी लोग क्वार्टर खाली कर दें. नया क्वार्टर तैयार होते ही सभी को क्वार्टर आवंटित कर दिया जायेगा. पुलिसकर्मियों का कहना है कि सभी ब्लॉक की ढ़लाई काफी कमजोर है. ढ़लाई में काफी पतला रॉड का इस्तेमाल किया गया है. समय रहते विभाग ने ध्यान नहीं दिया, तो जवान दुर्घटना के कारण काल के गाल में समा सकते हैं.
पंखा भी गिर चुका है
स्थानीय लोगों के अनुसार बॉडीगार्ड संजय पुन के क्वार्टर के एक कमरे का पंखा 10 दिन पहले ही चलते-चलते अचानक गिर गया था. उस समय उनकी पत्नी रसोई में खाना बना रही थी.
कमरे में कोई रहता, तो बड़ी दुर्घटना घट सकती थी. छत पर एक हजार लीटर की पानी टंकी है. पानी के बोझ से छत कभी भी गिर सकता है. तीसरे ब्लॉक के पुलिसकर्मियों का कहना है कि छज्जा गिरने से उस ब्लॉक की बिजली कट गयी है.
महिलाओं में दहशत
ब्लॉक-19 में 12 क्वार्टर हैं. घटना के बाद ब्लॉक की सभी महिलाएं दहशत के कारण बाहर निकल गयीं. महिलाओं का कहना है कि उन्हें घर के अंदर डर लग रहा है. क्वार्टर इतना जजर्र है कि कब किस घर की दीवार गिर जाये कुछ कहा नहीं जा सकता. विभाग को फिलहाल क्वार्टरों का मरम्मत करना चाहिए.