जीआरपी ने 14 नाबालिग को रेलवे स्टेशन से कराया मुक्त

रेस्टोरेंट के कर्मी बच्चों को ले जा रहे थे बोकारो रांची : रांची रेलवे स्टेशन से गुरुवार को काफी संख्या में मजदूरों को पकड़ा गया. सभी मजदूरों को रांची के कावेरी रेस्टोरेंट के काम से बोकारो ले जाया जा रहा था. सभी लोग दिन के लगभग 3.15 बजे ट्रेन का इंतजार कर रहे थे. इसी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 31, 2015 3:16 AM
रेस्टोरेंट के कर्मी बच्चों को ले जा रहे थे बोकारो
रांची : रांची रेलवे स्टेशन से गुरुवार को काफी संख्या में मजदूरों को पकड़ा गया. सभी मजदूरों को रांची के कावेरी रेस्टोरेंट के काम से बोकारो ले जाया जा रहा था. सभी लोग दिन के लगभग 3.15 बजे ट्रेन का इंतजार कर रहे थे. इसी दौरान रेलवे चाइल्ड लाइन व राजकीय रेल पुलिस ने शक के आधार पर उन्हें पकड़ा.
पूछताछ में पता चला कि उपेंद्र सिंह नामक व्यक्ति सभी को बोकारो ले जा रहा था. बाद में सभी को जीआरपी थाना लाया गया, जहां पुलिस के अलावा सहायक श्रमायुक्त राजेश प्रसाद व चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की सदस्य मीरा मिश्र ने सभी से पूछताछ की. पूछताछ के क्रम में मजदूरों ने बताया कि वे लोग स्वयं काम करने बोकारो जा रहे थे. पूछताछ के बाद 18 वर्ष से उपर के लोगों को छोड़ दिया गया,
जबकि 13 से 17 वर्ष तक के नाबालिगों को पुलिस ने अपने संरक्षण में ले लिया. सभी को बाल सुधार गृह भेजा जायेगा. शुक्रवार को सभी की काउंसेलिंग की जायेगी, फिर उन्हें परिजनों को सौंप दिया जायेगा. समाचार लिखे जाने तक शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही थी.
ट्रैफिकिंग का मामला नहीं था : राजेश प्रसाद
सहायक श्रमायुक्त राजेश प्रसाद ने कहा कि यह मामला ट्रैफिकिंग का नहीं था. ये लोग काम के सिलसिले बाहर जा रहे थे. उन्होंने कहा कि बाल मजदूरी का मामला सामने आया है. कंपनी पर इसे लेकर जुर्माना किया जायेगा. शुक्रवार को बाल मजदूरों से पूछताछ की जायेगी.
सीडब्लूसी ने पत्र लिखा
सीडब्लूसी मीरा मिश्र ने कहा कि 18 साल से कम उम्र के 14 बच्चों को जीआरपी को सौंपा गया है. शुक्रवार को इनसे पूछताछ की जायेगी, फिर परिजनों को सौंपा जायेगा.

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