Jharkhand News: सदन में 8,533 करोड़ का अनुपूरक बजट पेश, लोकसभा में आपत्तिजनक बयान पर बोले बन्ना गुप्ता
झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र में 8,533 करोड़ का अनुपूरक बजट पेश किया गया. जिसमें स्वास्थ्य का 434 करोड़ का बजट लाया गया है. वहीं, लोकसभा में आपत्तिजनक बयान पर बन्ना गुप्ता ने निंदा करते हुये कई बातें कही.
झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज दूसरा दिन था. सदन में द्वितीय अनुपूरक बजट पेश किया गया. कुल 8,533 करोड़ का अनुपूरक बजट पेश किया गया. जिसमें स्वास्थ्य का 434 करोड़ का बजट लाया गया है. इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि सदन पूरे विधिवत तरीके से सरकार चलाना चाहती है. लेकिन हमारे विपक्ष के साथी इस लोकतंत्र के मंदिर को नाटक-नौटंकी का आकाड़ा बनाकर और अनावश्यक रूप से विवाद पैदा करके सदन की गरीमा को तार-तार कर रहे हैं. जो यह झारखंड की भोली-भाली जनता इसको जानती है, समझती है और इनको सही समय में इसके विरूध में जवाब देना होगा.
झारखंड : अनुपूरक बजट और बीजेपी पर क्या बोले मंत्री @BannaGupta76 pic.twitter.com/yWWlAt3m7c
— GURU SWARUP MISHRA (@guruswarup4U) December 20, 2022
लोकसभा में सांसद ने अपनी आवाज को बुलंद की. साहिबगंज के मामले को लेकर उन्होंने कहा कि सरकार इसी तरह का संरक्षण करती है और आपत्तिजनक बयान दी? इस पर बन्ना गुप्ता ने कहा कि जिस भाषा का वह इस्तेमाल करते है हम उस भाषा का इस्तेमाल तो नहीं कर सकते हैं. सदन में स्पंज कर देना चाहिये था. इस तरह की भाषा यदि लोकतंत्र के मंदिर में कही जाएगी, बोली जाएगी तो यह लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन होगा. आगे उन्होंने कहा संवैधानिक पद पर रहते हुये यदि व्यक्ति अपनी भाषा की मर्यादा और शब्दों का चयन गलत करता है तो यह गलत है. हम लोग और हमारी सरकार ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं करती हैं और ना कहना चाहती है. जिन लोगों ने भी अपराध किये हैं चाहे वह साहिबगंज की घटना हो या चाहे राज्य में कहीं भी ऐसी कोई भी घटना होगी. जो हमारी कानून को, मानवता को और न्याय के खिलाफ होगा. हम उसपर सख्ती से काम करेंगे. और उसको फांसी के फंदे तक पहुंचाने का काम करेंगे. यह सरकार का दायित्व है.
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नियोजन नीति को लेकर बन्ना गुप्ता ने क्या कहा
नियोजन नीति को लेकर बन्ना गुप्ता ने कहा कि महामहीम राजपाल से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल मिलेगा और अपनी बातों और सरकार की भावनाओं को रखेंगे.