खपत. केंद्र से सात रैक अतिरिक्त यूरिया की मांग, पिछले साल से दोगुनी बढ़ी यूरिया की मांग
मनोज सिंह, रांची राज्य में यूरिया की खपत पिछले साल से दोगुनी हो गयी है. अगस्त माह में कृषि विभाग ने नौ रैक यूरिया की मांग की थी. इसमें छह रैक यूरिया आ गया है. तीन रैक आने वाला है. किसानों की मांग को देखते हुए विभाग ने सात रैक अतिरिक्त यूरिया की मांग भारत […]
मनोज सिंह, रांची
राज्य में यूरिया की खपत पिछले साल से दोगुनी हो गयी है. अगस्त माह में कृषि विभाग ने नौ रैक यूरिया की मांग की थी. इसमें छह रैक यूरिया आ गया है. तीन रैक आने वाला है. किसानों की मांग को देखते हुए विभाग ने सात रैक अतिरिक्त यूरिया की मांग भारत सरकार से की है. भारत सरकार ने पांच रैक अतिरिक्त देने पर सहमति जता दी है. शेष दो रैक यूरिया को लेकर बातचीत चल रही है.
क्यों बढ़ी मांग
विभाग के उप निदेशक ब्रजेश्वर दुबे के अनुसार, इस बार रोपा अच्छा हुआ है. रोपा के समय कुल अनुशंसित यूरिया का 50 (बेसिक डोज) फीसदी दिया जाता है. 25 दिन के बाद 25 फीसदी और 45 दिनों के बाद 25 फीसदी दिया जाता है. जुलाई में रोपा करने वालों को 25 दिन वाले डोज के यूरिया की जरूरत पड़ गयी है. अगस्त में रोपा करने वालों को 50 फीसदी वाले डोज की जरूरत है. इस कारण अगस्त माह में यूरिया की ज्यादा मांग हो गयी है.
लैंपस-पैक्स व मार्केटिंग बोर्ड का लिया जा रहा है सहयोग
यूरिया के सुचारू वितरण के लिए सहकारिता विभाग के लैंपस-पैक्स व मार्केटिंग बोर्ड का सहयोग लिया जा रहा है. ज्यादा यूरिया आने के कारण इसके रखने के लिए मार्केटिंग बोर्ड को गोदामों को दुरस्त करा दिया गया है. जरूरत पड़ने पर रैक प्वाइंट पर इसे उतारा जायेगा. अभी राज्य में जसीडीह, रांची, पलामू और कोडरमा में खादों की रैक लगायी जा रही है. वहीं से आसपास के जिलों को खाद उपलब्ध कराया जा रहा है. बाजार में यूरिया की सरकारी दर 298 रुपये प्रति बैग है.
अच्छी बारिश हुई है. इस कारण राज्य में खाद की डिमांड बढ़ गयी है. इसे देखते हुए भारत सरकार से बात की गयी है. उनको अतिरिक्त खाद उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया था. इस पर भारत सरकार सहमत है. विभाग ने खाद का सप्लाई प्लान भी तैयार कर लिया है. किसानों को समय पर खाद मिले, इसके लिए विभाग प्रयासरत है.
राजकुमार, कृषि निदेशक, झारखंड