VIDEO : झारखंड में नक्सलियों और पुलिस के बीच मुठभेड़, जोनल कमांडर चंदन ढेर

रांची/खूंटी : खूंटी में मारंगहदा गांव के पास दुलमी में नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में रांची पुलिस के चालक रुमुद सवैया शहीद हो गये. मुठभेड़ में रांची के एसएसपी प्रभात कुमार घायल हो गये है़ं गोली उनके सीने और दायें बांह को छूते हुए निकल गयी़ इलाज के लिए उन्हें मेडिका अस्पताल में भरती […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 19, 2015 2:55 AM
रांची/खूंटी : खूंटी में मारंगहदा गांव के पास दुलमी में नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में रांची पुलिस के चालक रुमुद सवैया शहीद हो गये. मुठभेड़ में रांची के एसएसपी प्रभात कुमार घायल हो गये है़ं गोली उनके सीने और दायें बांह को छूते हुए निकल गयी़ इलाज के लिए उन्हें मेडिका अस्पताल में भरती कराया गया है़.

एसएसपी के अंगरक्षक शाह फैजल के पैर व हाथ में गोलियां लगी हैं. फैजल का इलाज भी मेडिका अस्पताल में चल रहा है़ उसकी स्थिति गंभीर है़ मुठभेड़ मंगलवार को दिन के करीब 3़ 30 बजे हुई़ मुठभेड़ में भाकपा माओवादी के जोनल कमांडर चंदन मारा गया़ उसके पास से पुलिस ने एक एके-47, तीन मोबाइल, आठ मैगजीन व कारतूस बरामद किये हैं. घटनास्थल खूंटी से करीब 18 किमी और रांची से लगभग 65 किमी की दूरी पर है.

नक्सलियों की मौजूदगी की मिली थी सूचना : जानकारी के मुताबिक, बुंडू के आसपास जोनल कमांडर चंदन और उसके दस्ते के 10-12 नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना एसएसपी प्रभात कुमार को मिली थी़ यह भी सूचना थी कि चंदन के साथ भाकपा माओवादी की स्पेशल एरिया कमेटी का सदस्य दीपक भी है. सूचना मिलने के बाद एसएसपी रांची पुलिस की क्विक रिस्पांस टीम व एएसपी अभियान हर्षपाल के साथ बुंडू की तरफ से नक्सलियों को घेरने निकल पड़े. टीम में 10 से 12 की संख्या में पुलिसकर्मी थे़ सभी दो वाहनों में सवार थे़.
नक्सलियों ने गाड़ी पर की फायरिंग : नक्सलियों की तलाश में पुलिस की टीम खूंटी जिले में प्रवेश कर गयी़ पुलिस टीम अड़की होते हुए मारंगहदा व दुलमी तक पहुंची.
इसी बीच दुलमी में नक्सलियों ने एसएसपी और एएसपी अभियान की गाड़ी (जेएच 01 एवी 7116) पर अंधाधुंध फायरिंग शुरु कर दी. नक्सलियों की एक गोली चालक रुमुद सवैया को लगी़ रुमुद सवैया शहीद हो गये़ वह चाईबासा के रहनेवाले थे. एक गोली एसएसपी के सीने और दायें बांह को छूते हुए निकल गयी़ उनके अंगरक्षक फैजल को भी गोली लगी़ इसके बाद पुलिस ने भी गाड़ी से कूद कर मोरचा संभाला और नक्सलियों पर फायरिंग शुरू कर दी़ पुलिस की फायरिंग में नक्सली चंदन मारा गया़ मुठभेड़ की सूचना के बाद खूंटी के एसपी भी पुलिस फाेर्स के साथ पहुंच गये़ एसएसपी, उनके अंगरक्षक और चालक को पुलिसकर्मी खूंटी लेकर पहुंचे़ खूंटी अस्पताल में एसएसपी व अंगरक्षक का प्राथमिक उपचार किया गया. वहां से दोनों को बेहतर इलाज के लिए मेडिका लाया गया.
बरामद हथियार : एक एके-47, तीन मोबाइल, आठ मैगजीन व कारतूस
कहां है घटनास्थल : खूंटी से करीब 18 किमी और रांची से लगभग 65 किमी दूर
सर्च ऑपरेशन तेज
घटना के बाद खूंटी के मारंगहदा गांव के आसपास जंगल में नक्सलियों की तलाश में पुलिस ने सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है़ सर्च ऑपरेशन में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी लगाये गये है़ं ऑपरेशन में सीआरपीएफ और कोबरा बटालियन के जवानों को भी लगाया गया है़
मेडिका में भरती, देर रात हुई सर्जरी
मेडिका अस्पताल में एसएसपी प्रभात कुमार की देर रात सर्जरी की गयी़ सर्जरी रात करीब नौ बजे से शुरू हुई, जो करीब दो घंटे तक चली़ डॉक्टरों के अनुसार, एसएसपी के सीने की दायीं ओर और दायें बांह में ब्लड क्लॉट कर गया था़ सर्जरी कर उसे हटा दिया गया है़ सर्जरी पांच डॉक्टरों की टीम ने की़ चालक के परिजन को मुआवजा : मुख्यमंत्री ने शहीद चालक रुमुद सवैया के परिजन को 10 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है़.
नक्सली घटना: कम फोर्स के साथ नक्सलियों के गढ़ में घुसे थे, पुलिस को देखते ही नक्सलियों ने शुरू कर दी थी फायरिंग
राजनाथ सिंह किया सीएम को फोन
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सीएम रघुवर दास को फोन कर पुलिस और नक्सली मुठभेड़ घटना की जानकारी ली. एसएसपी प्रभात कुमार की हालत के बाबत भी उन्होंने जानकारी ली. साथ ही बेहतर से बेहतर चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. बाद में गृह मंत्री ने अस्पताल में भरती एसएसपी प्रभात कुमार से भी बात की और स्वास्थ्य की जानकारी ली.
एसएसपी की स्थिति स्थिर
घायल एसएसपी प्रभात कुमार की स्थिति स्थिर है. मेडिका अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ संजय कुमार ने बताया कि एसएसपी के सीने का सीटी स्कैन किया गया है. गोली उनकी छाती के दाहिने ओर से पार कर दाहिने बांह से निकल गयी है. सीटी स्कैन में गोली नहीं मिली.
मनोज जायसवाल, खूंटी
खूंटी थाना क्षेत्र अंतर्गत दुलमी गांव के आसपास का इलाका नक्सलियों का गढ़ है. यह इलाका नामकुम, बुंडू व खूंटी थाने का सीमा क्षेत्र है. दुलमी के नजदीक ही मारंगहादा गांव है. इस गांव के आसपास नक्सलियों की गतिविधि हमेशा रहती है. इसके बावजूद एसएसपी प्रभात कुमार बहुत कम फोर्स और एएसपी अभियान के साथ दुलमी पहुंचे थे. वहां नक्सलियों ने एसएसपी की गाड़ी को देखते ही एके-47 से अंधाधुंध फायरिंग की, जिसके बाद पुलिस ने फायरिंग कर नक्सलियों को जवाब दिया.
मुठभेड़ की घटना में एसएसपी के घायल होने की सूचना के तुरंत बाद खूंटी के एसपी अनिस गुप्ता पुलिस फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. खूंटी एसपी घायल एसएसपी प्रभात कुमार सहित अन्य घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल लेकर आये. डीसी प्रसाद कृष्ण बाघमारे, एसडीओ नीरज कुमारी, एसडीपीओ दीपक शर्मा, डीएसपी पीके सिंह, कमांडेंट रवींद्र भगत चिकित्सकों की टीम और एंबुलेंस के साथ सदर अस्पताल में थे. चिकित्सकों ने प्रारंभिक उपचार के बाद एसएसपी को मेडिका अस्पताल के लिए रेफर किया.
जवानों की चिंता थी एसएसपी को : एसएसपी प्रभात कुमार भले ही गोली लगने से खुद घायल थे, लेकिन उन्हें अपने जवानों की अधिक चिंता थी. वह बार-बार जवानों के बारे में पूछ रहे थे. जब उन्हें एंबुलेंस से रांची ले जाने की बात कही गयी, तब उन्होंने कहा कि निजी गाड़ी से ही चलते हैं. इसके बाद खूंटी एसपी और एसएसपी एक गाड़ी से रांची के लिए निकले. सूचना मिलते ही सदर अस्पताल में बड़ी संख्या में जवानों की तैनाती कर दी गयी थी.
शहीद चालक के परिजन को 10 लाख का मुआवजा: मुख्यमंत्री
रांची: घटना की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मामले की पूरी जानकारी ली आैर घायलाें के इलाज में काेताही न बरतने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री श्री दास मेडिका अस्पताल भी पहुंचे आैर एसएसपी से मुलाकात की. डीजीपी डीके पांडेय समेत अन्य पुलिस अधिकारी भी एसएसपी का हालचाल लेने मेडिका अस्पताल पहुंचे़
एसएसपी से मिलने के बाद मुख्यमंत्री ने पत्रकारों को बताया कि एसएसपी नक्सलियों की सूचना पर अपनी टीम के साथ अभियान में गये थे़ नक्सलियों की गोली से घायल होने के बाद बावजूद एसएसपी ने अपनी टीम के साथ नक्सलियों का मुकाबला किया, जिसमें एक नक्सली मारा गया, जबकि एसएसपी के चालक शहीद हो गये़ जान जोखिम में डाल कर नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई कर एसएसपी ने वीरता का काम किया है़ सरकार पुलिस के मान सम्मान में कोई कमी नहीं होने देगी़

मुख्यमंत्री ने कहा कि एसएसपी और उनके अंगरक्षक खतरे से बाहर हैं. उनके इलाज में कोई कमी नहीं हाेने दी जायेगी़ शहीद चालक रूमुल ने वीरता के साथ अपना कर्तव्य निभाते हुए प्राणों की आहूति दी है़ ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें़ मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए यह भी कहा कि शहीद चालक के परिजन को 10 लाख मुआवजा, आश्रित को नौकरी, बीमा राशि व बच्चों की पढ़ाई का पूरा खर्च सरकार देगी़
शहीद हो चुके हैं दो एसपी व चार डीएसपी
2000 में नक्सलियों ने लोहरदगा के पेशरार जंगल में वहां के एसपी अजय सिंह की हत्या कर दी थी
2001 में गढ़वा के डीएसपी अमलेश कुमार को निशाना बनाया गया था
2002 में पलामू के छतरपुर में लैंड माइन ब्लास्ट कर डीएसपी देवेंद्र कुमार राय समेत एक इंस्पेक्टर की हत्या कर दी गयी थी
चार मई 2004 को चाईबासा के तत्कालीन एसपी प्रवीण सिंह को भी नक्सलियों ने घेरा था. घटना में प्रवीण सिंह घायल हुए थे, जबकि 26 पुलिसकर्मी शहीद हुए थे
2006 में चतरा के प्रतापपुर में योजनाबद्ध तरीके से डीएसपी विनय भारती की हत्या कर गयी थी
30 जून को माओवादियों ने बुंडू के डीएसपी प्रमोद कुमार की हत्या कर दी थी
दो जुलाई 2013 में नक्सलियों ने दुमका में पाकुड़ के एसपी अमरजीत बलिहार समेत पांच पुलिसकर्मी की हत्या कर दी थी
शहीद चालक के परिजन को 10 लाख का मुआवजा: मुख्यमंत्री
रांची: घटना की सूचनामिलते ही मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मामले की पूरी जानकारी ली आैर घायलाें के इलाज में काेताही न बरतने कानिर्देशदिया. मुख्यमंत्री श्री दास मेडिका अस्पताल भी पहुंचे आैर एसएसपी से मुलाकात की. डीजीपी डीके पांडेय समेत अन्य पुलिस अधिकारी भी एसएसपी का हालचाल लेने मेडिका अस्पताल पहुंचे़.
एसएसपी से मिलने के बाद मुख्यमंत्री ने पत्रकारों को बताया कि एसएसपी नक्सलियों की सूचना पर अपनी टीम के साथ अभियान में गये थे़ नक्सलियों की गोली से घायल होने के बाद बावजूद एसएसपी ने अपनी टीम के साथ नक्सलियों का मुकाबला किया, जिसमें एक नक्सली मारा गया, जबकि एसएसपी के चालक शहीद हो गये़ जान जोखिम में डाल कर नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई कर एसएसपी ने वीरता का काम किया है़ सरकार पुलिस के मान सम्मान में कोई कमी नहीं होने देगी़

मुख्यमंत्री ने कहा कि एसएसपी और उनके अंगरक्षक खतरे से बाहर हैं. उनके इलाज में कोई कमी नहीं हाेने दी जायेगी़ शहीद चालक रूमुल ने वीरता के साथ अपना कर्तव्य निभाते हुए प्राणों की आहूति दी है़ ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें़ मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए यह भी कहा कि शहीद चालक के परिजन को 10 लाख मुआवजा, आश्रित को नौकरी, बीमा राशि व बच्चों की पढ़ाई का पूरा खर्च सरकार देगी़
चालक की मौत पर हेमंत ने जताया शोक
रांची : प्रभात कुमार से पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी मुलाकात की. उन्होंने एसएसपी एवं पुलिस जवान से मिल कर स्वास्थ्य की जानकारी ली. इसके अलावा सभाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी प्रतुल शाहदेव, आइजी प्रोविजन आरके मल्लिक, डीअाइजी अरुण सिंह, रामगढ एसपी डॉ तमिल वानन, सीआइडी एसपी एवी होमकर, डीआइजी जैप सुधीर कुमार झा सहित कई पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे. नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने खूंटी की घटना पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि एसएसपी प्रभात कुमार एवं जवाल फैजल गोली लगने से घायल हो गये हैं एवं वाहन चालक रुमुल सुइया शहीद हो गये हैं. झामुमो परिवार एसएसपी एवं जवान के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता है एवं स्व. रूमुल की शहादत को नमन करते हुए गहरा शोक व्यक्त करता है. उन्होंने कहा कि वह ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि दुख की इस घड़ी में स्व. रूमुल के परिजनों को धैर्य एवं सहनशक्ति प्रदान करें.
सीएम ने डीजीपी को जंगल खंगालने को िदया निर्देश
रांची: मेडिका अस्पताल में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मुख्य सचिव राजीव गौवा आैर डीजीपी डीके पांडेय से बात की़ सीएम ने डीजीपी को खूंटी का पूरा जंगल खंगालने का निर्देश दिया है़ उन्होंने कहा कि घटना में शामिल नक्सली बचने नहीं चाहिए़ नक्सललियों को तलाशने के लिए बड़े पैमाने पर ऑपरेशन चलाये़ खबर है कि पुलिस से सीआरपीएफ और कोबरा बटालियन के जवानों के साथ जंगलों में ऑपरेशन शुरू कर दिया है़ इधर एसएसपी प्रभात कुमार से मुख्य सचिव राजीव गौबा सहित कई अधिकारियों ने मुलाकात की. इलाज कर रहे चिकित्सक से उन्होंने स्वास्थ्य की जानकारी ली. इसके अलावा कांके विधायक डॉ जीतू चरण राम, भाजपा नेता संजय सेठ, डीसी मनोज कुमार, एसडीएम अमित कुमार, डीआइजी वारलेस प्रवीण सिंह, एडीजी अभियान एसएन प्रधान,आइजी सीआइडी संपत मीणा, एसपी जया राय, ग्रामीण एसपी राजकुमार लकड़ा सहित कई अधिकारी मेडिका में भरती एसएसपी से मुलाकात करने पहुंचे.
बेटी बार-बार पूछ रही थी, ठीक हैं न पापा
रांची. एसएसपी प्रभात कुमार के घायल होने की सूचना के बाद पत्नी एवं बच्चे बदहवास अवस्था में मेडिका अस्पताल पहुंचे. बेटी राेते हुए पूछ रही थी पापा ठीक है न. पत्नी ने भी पुलिस अधिकारियों ने एसपी की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त की. पत्नी एवं बच्चे प्रभात कुमार से मिलने के लिए बेचैन थे, बाद में उन्हें इमरजेंसी में मुलाकात करने दिया गया. इसके बाद परिजनों को अस्पताल के वीआइएपी लॉज में बिठाया गया. पुलिस अधिकारी पत्नी को पल-पल की जानकारी दे रहे थे. यह बताया जा रहा था कि वह बिल्कुल स्वस्थ है, चिंता की बात नहीं है. सिटी स्कैन जांच के दौरान पिता भी अस्पताल पहुंचे. उन्हें सिटी स्कैन सेंटर में मिलने दिया गया. एसएसपी से उन्होंने बातचीत की. चिकित्सकों ने उन्होंंने कहा कि प्रभात कैसा है. चिकित्सकों ने उन्होंने कहा कि अगर आप लोगों को ऐसा लगता है कि हायर सेंटर ले जाना तो मैं तैयार हूं, लेकिन चिकित्सकों ने कहा कि ऐसी स्थिति नहीं है. आप बेफिक्र रहें.
एसएसपी को थी बड़ी घटना की सूचना
सुरजीत सिंह, रांची
नक्सली चंदन के दस्ते द्वारा बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बनाने की सूचना पर एसएसपी प्रभात कुमार नक्सलियों के पीछे लगे हुए थे. सूत्रों के मुताबिक सूचना थी कि वह रांची के किसी बड़े नेता को निशाना बना सकता है. इस कारण एसएसपी पिछले चार-पांच दिनों से नक्सली चंदन के दस्ते की टोह ले रहे थे.

मंगलवार को दिन में अचानक चंदन के दस्ते के बारे में एसएसपी को सूचना मिली कि वह अपनी योजना को अंजाम देने के लिए दुलमी जंगल में जुटा हुआ है. इसके बाद वह कुछ पुलिसकर्मियों के साथ बुंडू व अड़की होते हुए खूंटी के मारंगहादा पहुंचे, जहां नक्सलियों से मुठभेड़ हुई. अभियान में जाने से पहले एसएसपी ने अपना वाहन बदल लिया था. वह स्कॉरपियो या जिप्सी के बजाये एसयूवी से निकले थे. नक्सलियों ने उनकी गाड़ी पर भी फायरिंग की, जिसमें चालक की मौत हो गयी.
नक्सली चंदन की योजना की मिली थी खुफिया सूचना
सूत्रों के मुताबिक खुफिया सूचना मिलने के बाद राजनेताअों की सुरक्षा को लेकर पुलिस अलर्ट हो गयी थी. रांची पुलिस ज्यादा अलर्ट थी. मुख्यमंत्री रघुवर दास की सुरक्षा में भी बढ़ोतरी कर दी गयी थी. एसएसपी खुद मुख्यमंत्री के कार्यक्रम स्थलों की सुरक्षा को लेकर अलर्ट थे और अपने कनीय अफसरों को निर्देश देते रहते थे. इसके अलावा एसएसपी ने कांके के विधायक जीतू चरण राम और हटिया के विधायक नवीन जायसवाल की भी सुरक्षा बढ़ा दी थी. दोनों विधायकों को 1-4 का अतिरिक्त सुरक्षा गार्ड उपलब्ध करा दिया था. साथ ही उन्हें सुरक्षा को लेकर अपने कार्यक्रमों और आने-जाने की जानकारी देेने के लिए कहा था.
बड़ी घटना करनेवाला था चंदन : प्रधान
पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता एसएन प्रधान ने इस बात से इनकार किया है कि नक्सली चंदन द्वारा किसी बड़े राजनेता को निशाना बनाने की योजना बनायी गयी थी. हालांकि उन्होंने यह स्वीकार किया कि आतंक कायम करने के लिए नक्सली चंदन किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की तैयारी में था. इसकी सूचना पुलिस को थी. कुंदन पाहन के बाद संगठन ने उसे इस जोन का कमांडर बनाया है. पिछले दिनों उसने तमाड़ में वाहन में आग लगा दी थी.

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