बारिश होती रही, तो कैसे जलेगा रावण?

रांची: ओड़िशा के तटवर्टी क्षेत्रों में फैलिन तूफान का प्रभाव धीरे-धीरे झारखंड में भी दिखने लगा है. 12 अक्तूबर को रांची के आसमान में भी घने बादल छाये रहे. कई क्षेत्रों में जोरदार बारिश हुई. ऐसे में रावण दहन करने वाले आयोजक चिंता में पड़ गये हैं. अगर बारिश होती रही, तो कैसे होगा रावण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 13, 2013 10:21 AM

रांची: ओड़िशा के तटवर्टी क्षेत्रों में फैलिन तूफान का प्रभाव धीरे-धीरे झारखंड में भी दिखने लगा है. 12 अक्तूबर को रांची के आसमान में भी घने बादल छाये रहे. कई क्षेत्रों में जोरदार बारिश हुई. ऐसे में रावण दहन करने वाले आयोजक चिंता में पड़ गये हैं. अगर बारिश होती रही, तो कैसे होगा रावण दहन? श्री दुर्गा पूजा व रावण दहन समिति अरगोड़ा के आयोजकों के पास तूफान व बारिश से संबंधित प्रशासन का पत्र भी पहुंचा है. पत्र में बारिश व तूफान के प्रभाव के मद्देनजर तैयार रहने की हिदायत दी गयी है.

समिति के सुनील साहू ने कहा कि फिलहाल कार्यक्रम रद्द नहीं किया गया है. बारिश लगातार होने पर समिति रावण दहन के संबंध में निर्णय लेगी. उधर पुतले के अंदर पटाखे डालने वाले मो फिरोज ने कहा कि बारिश होने पर पुतले के अंदर पटाखों का सर्किट पूरा नहीं होगा और वे नहीं फटेंगे. समिति के सदस्यों ने बताया कि 14 अक्तूबर को शाम चार बजे के बाद रावण दहन का कार्यक्रम होगा. आतिशबाजी भी होगी और लंका दहन भी होगा.

पुतला दहन के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है. वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में सांसद सुबोधकांत सहाय, विधायक नवीन जायसवाल, डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय आदि होंगे. रावण दहन के लिए सात लाख रुपये का बजट रखा गया है.

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