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नमक-चीनी के टेंडर में शामिल नहीं होंगे अफसर

रांची : खाद्य आपूर्ति विभाग के अफसर अब किसी भी टेंडर में शामिल नहीं होंगे. मंत्री सरयू राय के निर्देश पर विभाग के लिए किसी भी तरह की खरीदारी का जिम्मा नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (एनसीडीइएक्स) को सौंप रही है. मंत्री की मंजूरी के बाद संबंधित प्रस्ताव कैबिनेट को भेजा जा रहा है. कैबिनेट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 21, 2015 6:15 AM
रांची : खाद्य आपूर्ति विभाग के अफसर अब किसी भी टेंडर में शामिल नहीं होंगे. मंत्री सरयू राय के निर्देश पर विभाग के लिए किसी भी तरह की खरीदारी का जिम्मा नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (एनसीडीइएक्स) को सौंप रही है. मंत्री की मंजूरी के बाद संबंधित प्रस्ताव कैबिनेट को भेजा जा रहा है. कैबिनेट की स्वीकृति के बाद एनसीडीइएक्स ही विभाग के चीनी, नमक, साड़ी-धोती जैसी अन्य उपयोगी वस्तुओं की खरीद के लिए टेंडर आयोजित करेगा. एनसीडीइएक्स एक पब्लिक लिमिटेड कंपनी है.

एनसीडीइएक्स द्वारा आयोजित किये जाने वाली टेंडर की प्रक्रिया को रिवर्स ऑक्शन कहा जाता है. खरीद की यह प्रक्रिया एनसीडीइएक्स के पास सूचीबद्ध (लिस्टेड) व्यापारियों या कंपनियों से ही की जाती है. ऑनलाइन रिवर्स ऑक्शन की प्रक्रिया एनसीडीइएक्स की वेबसाइट पर लाइव देखी जा सकती है.
अब कम अवधि के लिए ही की जायेगी खरीद
एनसीडीइएक्स के माध्यम से खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा नमक व चीनी जैसी वस्तुओं की खरीदारी एक या दो माह तक की छोटी अवधि के लिए की जायेगी. ऐसा उपयोगी वस्तुओं के बाजार भाव में आने-वाले उतार-चढ़ाव के मद्देनजर किया जायेगा. विभाग का अनुमान है कि एनसीडीइएक्स के माध्यम से उपयोगी वस्तुओं की खरीद करने से सरकारी राशि की बचत होगी. फिलहाल, कर्नाटक समेत देश के कई अग्रणी राज्य कोई तरह की खरीद एनसीडीइएक्स के माध्यम से करते हैं. राज्य में नमक और चीनी के टेंडर कर काम देने की प्रक्रिया पर सवाल उठने के बाद खाद्य-आपूर्ति विभाग ने हर तरह की खरीद के लिए एनसीडीइएक्स का माध्यम चुना है.
विभाग ने अब सभी तरह की खरीद एनसीडीइएक्स के माध्यम से करने का निर्णय किया है. खरीद की पूरी प्रक्रिया में विभागीय अधिकारियों की कोई भूमिका नहीं होगी. प्रस्ताव कैबिनेट की स्वीकृति के लिए भेजा जा रहा है.
विनय चौबे, सचिव, खाद्य-आपूर्ति

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