रांची/हजारीबाग : बड़कागांव की कांग्रेस विधायक निर्मला देवी को हजारीबाग पुलिस ने मंगलवार को रांची से गिरफ्तार कर लिया. वह विधानसभा सत्र में शामिल होने रांची आयी थी. सत्र में शामिल होने के बाद शाम करीब 4.45 बजे विधानसभा परिसर से बाहर निकली थी कि हजारीबाग पुलिस ने उन्हें अपने गिरफ्त में ले लिया.
पुलिस देर शाम उन्हें लेकर हजारीबाग पहुंची. हजारीबाग में न्यायिक दंडाधिकारी ऋचा श्रीवास्तव की अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें चार दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. विधायक की अगली पेशी 29 अगस्त को होगी. विधायक निर्मला देवी को बड़कागांव के ढेंगा गांव में एनटीपीसी के पकरी बरवाडीह कोल माइनिंग प्रोजेक्ट के विरोध में 14 अगस्त को हुई हिंसक झड़प के मामले में गिरफ्तार किया गया है. इसी मामले में पुलिस ने उनके पति और पूर्व मंत्री योगेंद्र साव को 21 अगस्त को रांची के रातू रोड स्थित होटल रंगोली से गिरफ्तार किया था. फिलहाल वह सात दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल में हैं.
क्या है मामला
विधायक निर्मला देवी और उनके पति योगेंद्र साव ने 14 अगस्त को बड़कागांव के ढेंगा गांव में एनटीपीसी के पकरी बरवाडीह कोल माइनिंग प्रोजेक्ट के विरोध में किसान सभा का अायोजन किया था. इस दौरान पुलिस और ग्रामीणों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वाहन में आग लगा दी थी. पत्थरबाजी में कई पुलिसकर्मियों को चोटें आयी थी. भीड़ को हटाने के लिए पुलिस को गोली चलानी पड़ी थी. पुलिस की कार्रवाई में कई ग्रामीण भी घायल हुए थे. इस घटना को लेकर हजारीबाग के सदर एसडीओ ने बड़कागांव थाने में कांड संख्या-167/15 दर्ज कराया था. प्राथिमिक में पूर्व मंत्री योगेंद्र साव, विधायक निर्मला देवी समेत 66 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. इसी मामले में पुलिस ने 20 अगस्त को विधायक व पूर्व मंत्री के खिलाफ अदालत से गिरफ्तारी वारंट हासिल किया था.
सोमवार को पहुंची थी रांची
विधानसभा सत्र में भाग लेने के लिए विधायक निर्मला देवी सोमवार को ही रांची पहुंची थी. सोमवार को उन्होंने विधानसभा सत्र में हिस्सा भी लिया था. मीडिया को बयान भी दिया था. पर इसके बाद वह किसी तरह विधानसभा परिसर से निकल गयी. पुलिस उन्हें नहीं पकड़ पायी थी.
चार सितंबर को होनी है याचिका पर सुनवाई
विधायक निर्मला देवी ने 21 अगस्त को हजारीबाग के जिला एवं सत्र न्यायाधीश विष्णुकांत सहाय की अदालत में अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की थी. इस पर सुनवाई के दौरान अदालत ने पुलिस से घटना की वीडियो सीडी, घायलों की रिपोर्ट और विधायक के आपराधिक इतिहास की जानकारी मांगी थी. मामले पर चार सितंबर को सुनवाई होनी है.
पुलिस कर रही उग्रवादी जैसा व्यवहार :निर्मला
अदालत में पेशी से पहले विधायक निर्मला देवी ने कहा कि उनके साथ पुलिस का व्यवहार ठीक नहीं है. उन्होंने कहा : पुलिस मेरे साथ उग्रवादियों जैसा व्यवहार कर रही है.