गले के छेद को ऑपरेशन कर बंद किया

रिम्स में हुआ 14 वर्षीय शरीफ का ऑपरेशन रांची : नेवरी विकास (रांची) का शरीफ अंसारी (14 वर्षीय) अब आसानी से खाना एवं पानी निगल सकेगा क्योंकि उसके गले के छेद (इसोफेंगस) को रिम्स के चिकित्सकों ने ऑपरेशन कर दुरुस्त कर दिया है. सर्जरी विभाग के चिकित्सक डॉ शीतल मलुआ की टीम ने करीब दो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 3, 2015 3:28 AM
रिम्स में हुआ 14 वर्षीय शरीफ का ऑपरेशन
रांची : नेवरी विकास (रांची) का शरीफ अंसारी (14 वर्षीय) अब आसानी से खाना एवं पानी निगल सकेगा क्योंकि उसके गले के छेद (इसोफेंगस) को रिम्स के चिकित्सकों ने ऑपरेशन कर दुरुस्त कर दिया है.
सर्जरी विभाग के चिकित्सक डॉ शीतल मलुआ की टीम ने करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद मंगलवार को ऑपरेशन कर गले के छेद को बंद किया. ऑपरेशन के बाद शरीफ अब पूरी तरह से स्वस्थ है. वह सर्जरी विभाग में डॉ मलुआ की यूनिट में भरती है. उसे राइस टयूब के सहारे लिक्विड खाना दिया जा रहा है. एक सप्ताह के बाद उसे खाना एवं पानी देना शुरू किया जायेगा.
शरीफ के पिता इरशाद ने कहा कि करीब आठ साल से उसे यह समस्या थी. इस दौरान कई चिकित्सकों को दिखाया, लेकिन वह ठीक नहीं हुआ. करीब पांच बार ऑपरेशन किया गया, लेकिन छेद बंद नहीं हुआ.
अंत में थक-हार कर रिम्स पहुंचे. यहां चिकित्सकों ने उसकी जांच की, फिर ऑपरेशन कर गले के छेद को बंद कर दिया. ऑपरेशन टीम में डॉ शीतल मलुआ, डॉ पंकज बोदरा, डॉ कृष्ण मुरारी, डॉ श्याम चरण, डाॅ विवेक, डॉ उपेंद्र एवं एनेस्थेटिक डॉ लाधु लकड़ा, डॉ मनीषा व डॉ राकेश कुमार शामिल थे़ डॉक्टरों के अनुसार
बच्चे के गले में छेद था. वह जो कुछ भी खाता-पीता था, उसके गले से रिसना शुरू हो जाता था. इस कारण वह कमजोर हो गया था. ऑपरेशन कर छेद को बंद कर दिया है. अब उसे समस्या नहीं होगी.

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