न काम, न भुगतान, 690 करोड़ लेकर बैठा है विभाग
रांची : ग्रामीण कार्य विभाग में न तो सड़कों का काम हो पा रहा है और न ही भुगतान. काम करके ठेकेदार भुगतान के लिए बैठे हैं, पर उन्हें पैसा नहीं दिया जा रहा है. इस वजह से राज्य भर में ग्रामीण सड़कों का काम बुरी तरह प्रभावित हो रहा है. यह स्थिति तब है, […]
रांची : ग्रामीण कार्य विभाग में न तो सड़कों का काम हो पा रहा है और न ही भुगतान. काम करके ठेकेदार भुगतान के लिए बैठे हैं, पर उन्हें पैसा नहीं दिया जा रहा है. इस वजह से राज्य भर में ग्रामीण सड़कों का काम बुरी तरह प्रभावित हो रहा है. यह स्थिति तब है, जब ग्रामीण कार्य विभाग के पास करीब 690 करोड़ रुपये पड़े हुए हैं. राज्य संपोषित योजना का 543 करोड़ व पीएमजीएसवाइ का 146 करोड़ भी विभाग के पास है. सारा पैसा लेकर विभाग बैठा हुआ है. लेकिन, आवंटन ही नहीं दिया जा रहा है.
723 करोड़ का है बजट
इस वित्तीय वर्ष विभाग का बजट 723 करोड़ का है. यानि पिछले वर्षों की तुलना में इस बार बजट काफी ज्यादा है. यह प्रयास हो रहा था कि इस वित्तीय वर्ष ज्यादा से ज्यादा काम किये जायें, लेकिन राशि रिलीज नहीं होने के कारण अधिकतर योजनाएं रुकी हुई है. विभाग ने अब तक मात्र 180 करोड़ रुपये ही मई में रिलीज किया है. शेष 543 करोड़ विभाग विभाग के पास पड़ा हुआ है. इसके बाद जुलाई के पहले सप्ताह में राशि रिलीज करनी थी, लेकिन अभी तक एक पैसा भी नहीं दिया गया.
पड़ा है केंद्र का 146 करोड़
इतना ही नहीं केंद्र सरकार ने 12 अगस्त को 146 करोड़ रुपये राज्य सरकार को दिया था. यह राशि पीएमजीएसवाइ की सड़कों के लिए थी. पीएमजीएसवाइ की सड़कों का काम बंद हो गया है, क्योंकि ठेकेदारों को पैसे नहीं मिले हैं. पैसे को लेकर वे जिला से लेकर मुख्यालय तक के चक्कर लगा रहे हैं. पहले तो उन्हें केंद्र से राशि मिलने का आश्वासन देकर टाल दिया जाता था. अब केंद्र से राशि मिलने के बाद भी स्थिति वही है.