अफसरों को डराने के लिए आवेदन पर फाइल खोलने की रही है परंपरा
रांची: होमगार्ड के डीआइजी मृत्युंजय कुमार पर महिला होमगार्ड के साथ यौन शोषण के आरोप के आवेदन को सीनियर पुलिस अफसर पुरानी परंपरा बताते हैं. क्योंकि, होमगार्ड डीजी की ओर से जांच की अनुशंसा के बाद मीडिया में मामला सामने आने के बाद अब तक आवेदन करनेवाला व्यक्ति सामने नहीं आया है. जो पत्र होमगार्ड […]
रांची: होमगार्ड के डीआइजी मृत्युंजय कुमार पर महिला होमगार्ड के साथ यौन शोषण के आरोप के आवेदन को सीनियर पुलिस अफसर पुरानी परंपरा बताते हैं. क्योंकि, होमगार्ड डीजी की ओर से जांच की अनुशंसा के बाद मीडिया में मामला सामने आने के बाद अब तक आवेदन करनेवाला व्यक्ति सामने नहीं आया है.
जो पत्र होमगार्ड डीजी को दिया गया, वह सिर्फ एक सादा कागज है. उस पर पत्रांक-दिनांक अंकित है. जिस संस्था जागरण समिति के नाम से पत्र दिया गया है, उसका पैड तक का इस्तेमाल नहीं किया गया. पुलिस के कई अधिकारी कहते हैं : विभाग में कई सीनियर अफसर अपने कनीय को डराने और काबू में करने के लिए अज्ञात लोगों से आवेदन डलवाने का काम करते रहे हैं.
एक डीजीपी के कार्यकाल में तो ऐसे आवेदनों की संख्या बहुत बढ़ गयी थी. तब आइजी, डीआइजी, एसपी, डीएसपी पर आरोपों के कई आवेदन पुलिस मुख्यालय आते थे, जिसमें न तो पत्र देनेवाले का पता होता था और न ही उसकी गंभीरता से जांच की जाती थी. आवेदनों में भ्रष्टाचार करने, किसी मामले में किसी एक के पक्ष में काम करने, अपराधियों से सांठगांठ रखने, जमीन कारोबारियों से मिले होने समेत दूसरे तरह की शिकायतें होती थी. शिकायत उन्हीं अफसरों के खिलाफ आती थी, जिससे बड़े अफसर की नहीं पटती थी. फिर फाइल खोल कर जांच कराने के नाम पर संबंधित अफसर को डराने का सिलसिला शुरू होता था. कई बार तो अफसरों से वसूली भी की गयी. तब की शिकायतों पर खुली फाइलें आज भी पुलिस मुख्यालय में बिना जांच कराये पड़ी हुई है.
डीआइजी ने दिया तबादले के लिए आवेदन
डीआइजी होमगार्ड मृत्यंजय कुमार ने सरकार को अावेदन देकर आग्रह किया है कि उन्हें इस पद से हटा कर कहीं और पदस्थापित किया जाये़ डीआइजी ने अपने ऊपर लगे आरोप को गलत बताते हुए इसे साजिश करार दिया है. डीआइजी का आवेदन मुख्यमंत्री के पास भेज दिया गया है़ उल्लेखनीय है कि डीआइजी मृत्युंजय कुमार के खिलाफ होमगार्ड डीजी आशा सिन्हा ने रिपोर्ट की थी़ डीजी ने मृत्युंजय कुमार के तबादले का अनुरोध करते हुए कहा था कि उन पर महिला होमगार्ड का यौन शोषण करने का आरोप लगा है़ डीजी ने आरोपों की जांच सीआइडी के किसी सीनियर महिला आइपीएस से कराने की अनुशंसा भी की थी़.