डीएसपी मजिस्ट्रेट समेत 35 पर कार्रवाई की तैयारी

रांची: देवघर श्रावणी मेला में 10 जुलाई की सुबह हुई भगदड़ के लिए जिम्मेदार डीएसपी, मजिस्ट्रेट समेत 35 लोगों पर कार्रवाई होगी. गृह विभाग और पुलिस मुख्यालय के स्तर से कार्रवाई की तैयारी की जा रही है. इसके लिए दुमका प्रमंडल के कमिश्नर और डीआइजी की रिपोर्ट का अध्ययन किया जा रहा है. उल्लेखनीय है […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 9, 2015 2:11 AM
रांची: देवघर श्रावणी मेला में 10 जुलाई की सुबह हुई भगदड़ के लिए जिम्मेदार डीएसपी, मजिस्ट्रेट समेत 35 लोगों पर कार्रवाई होगी. गृह विभाग और पुलिस मुख्यालय के स्तर से कार्रवाई की तैयारी की जा रही है. इसके लिए दुमका प्रमंडल के कमिश्नर और डीआइजी की रिपोर्ट का अध्ययन किया जा रहा है. उल्लेखनीय है भगदड़ के तुरंत बाद गृह सचिव एनएन पांडेय की अध्यक्षता में एक कमेटी ने देवघर जाकर जांच की थी. प्रारंभिक जांच में प्रशासनिक व पुलिस अफसरों की लापरवाही सामने आने के बाद सरकार ने घटना के दिन ही देवघर के डीसी अमित कुमार, एसपी पी मुरुगन, सिविल सर्जन और क्षेत्रीय स्वास्थ्य अधिकारी को निलंबित कर दिया था. बाद में कमिश्नर और डीआइजी ने भगदड़ घटना की विस्तृत जांच कर रिपोर्ट सरकार को भेजी है.
ड्यूटी छोड़ रांची में थे एक पुलिस अधिकारी
कमिश्नर और डीआइजी की जांच में यह बात सामने आयी है कि देवघर मेला में तैनात एक डीएसपी स्तर के पुलिस अधिकारी घटना के वक्त ड्यूटी पर नहीं थे. बिना अवकाश लिये डीएसपी रांची आ गये थे. अधिकारी इस डीएसपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की तैयारी कर रहे हैं.
नहीं की गयी थी बैरिकेडिंग
रिपोर्ट के मुताबिक, भगदड़ की घटना प्रशासनिक चूक के कारण हुई. घटना की वजह लाइन के बीच में कांवरियों के घूसने को माना गया है. जिस जगह पर भगदड़ हुई, वहां पर अलग से एक रास्ता आकर मिलता है. इस रास्ते को बैरिकेडिंग कर बंद नहीं किया गया था. इस रास्ते वहां पहुंच कर कुछ कांवरिये लाइन के बीच में घुस जा रहे थे. इसे लेकर ही धक्का-मुक्की शुरू हुई. इसके अलावा घटनास्थल पर लाइट की कोई व्यवस्था नहीं थी. रिपोर्ट के मुताबिक, घटना की एक और बड़ी वजह लाइन को नियंत्रित करने के बजाय पुलिस बल द्वारा बल प्रयोग करना भी था.

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