शिक्षक नियुक्ति का मामला: अभ्यर्थी एक, जिलों ने अपने स्तर से दिया अलग-अलग मेधा अंक
रांची: कक्षा छह से आठ में विज्ञान के शिक्षक लिए अभ्यर्थी धीरेंद्र कुमार मिश्रा ने 13 जिलों में नियुक्ति के लिए आवेदन जमा किया था. इन 13 जिलों में उसका पांच अलग-अलग मेधा अंक का निर्धारण किया गया़ विभिन्न परीक्षाओं में एक समान अंक के बाद भी जिलों में उसके मेधा अंक में एकरूपता नहीं […]
रांची: कक्षा छह से आठ में विज्ञान के शिक्षक लिए अभ्यर्थी धीरेंद्र कुमार मिश्रा ने 13 जिलों में नियुक्ति के लिए आवेदन जमा किया था. इन 13 जिलों में उसका पांच अलग-अलग मेधा अंक का निर्धारण किया गया़ विभिन्न परीक्षाओं में एक समान अंक के बाद भी जिलों में उसके मेधा अंक में एकरूपता नहीं है़.
अपने स्तर पर व्याख्या कर रहे जिले
मेरिट लिस्ट में काफी संख्या में ऐसे अभ्यर्थी शामिल हैं, जिसका अलग-अलग जिलों में मेधा अंक भिन्न है़ राज्य में वर्तमान में शिक्षकों की नियुक्ति शिक्षक नियुक्ति नियमावली 2012 के आधार पर चल रही है़ . सभी जिलों में इसी नियमावली का पालन करने को कहा गया है. इसके बाद भी जिला अपने-अपने हिसाब से नियमावली की व्याख्या कर रहे है़ं .
क्या कहती है नियमावली
शिक्षक नियुक्ति नियमावली की कंडिका 21 ख (अ) में मेधा अंक निर्धारण के संबंध में कहा गया है कि मैट्रिक, इंटर, स्नातक व शिक्षक प्रशिक्षण परीक्षा के प्राप्तांक के प्रतिशत के योग को चार से भाग देने पर प्राप्त प्रतिशत अभ्यर्थी का शैक्षणिक मेधा अंक होगा़ स्नातक प्रतिष्ठा या समकक्ष योग्यताधारी के मामले में सहायक विषय व प्रतिष्ठा या समकक्ष योग्यता विषयों के प्राप्तंकों का समेकित प्रतिशत उनके स्नातक परीक्षा का प्राप्तांक प्रतिशत होगा़ पर प्राप्तांक प्रतिशत की गणना में अतिरिक्त विषय के प्राप्तांक को नहीं जोड़ा जायेगा़
एक ताे गलत होगा
अभ्यार्थियों का कहना है कि जब एक नियमावली के तहत नियुक्ति हो रही है, तो सभी जिलों में एक मेधा अंक होना चाहिए़ एेसे में एक जिला का मेधा अंक का गलत होना तय है़ उन्हाेंने इसमें सुधार की मांग की है़
राज्य में शिक्षक नियुक्ति की प्रक्रिया अब काउंसलिंग तक पहुंच गयी है़ मेरिट लिस्ट के आधार पर अधिकतर जिलों में प्रथम चरण की काउंसलिंग हो रही है़ पर मेरिट लिस्ट के निर्धारण में जिलों के मापदंड में एकरूपता नहीं है़ जिले अपने-अपने मापदंड के अनुरूप मेधा अंक का निर्धारण कर रहे है़ं इससे एक अभ्यर्थी का अलग-अलग जिलों के मेरिट लिस्ट में मेधा अंक बदल जा रहा है़
गुमला में 69, रांची में 72 प्रतिशत
एक अभ्यर्थी का चयन रांची व गुमला दोनों जिले में भाषा शिक्षक के रूप में हुआ है़ गुमला में चयनित अभ्यर्थी का मेधा अंक
72़ 34% है़, जबकि रांची में 69. 52 %. एक अन्य अभ्यर्थी का गुमला में मेधा अंक 72़ 52% व रांची में 73़ 18 %है़
क्यों हो रही है गड़बड़ी
स्नातक में ऑनर्स विषय के साथ-साथ अतिरिक्त विषय के अंकों के योग में गड़बड़ी के कारण
कुछ जिलों में स्नातक में अभ्यर्थियों के केवल ऑर्नस विषय के अंक जोड़े गये हैं, जबकि कुछ जिलों में अतिरिक्त विषय का अंक भी जोड़ा गया है़.
अतिरिक्त विषय के अंक जोड़ने पर कुल अंक 1500 के आधार पर मेधा अंक तैयार किया गया, जबकि ऑनर्स विषय के आधार पर मेधा अंक तैयार करने पर 800 अंक पर मेरिट लिस्ट तैयार किया गया़ इस कारण जिलों में मेरिट लिस्ट में एकरूपता नहीं है़
धीरेंद्र कुमार मिश्रा
विज्ञान शिक्षक के लिए आवेदन
जिला मेधा अंक (% में )
पलामू 66. 46
गढ़वा 62. 46
लातेहार 69. 04
लोहरदगा 66. 46
गुमला 66. 46
सिमडेगा 66. 46
खूंटी 66
रांची 69. 04
रामगढ़ 66. 46
हजारीबाग 69. 04
चतरा 65. 24
बोकारो 66. 46
धनबाद 69. 04