खुदिया की मौत पर दो घंटे तक सड़क जाम, हंगामा

घटना. चांदनी चौक पर हरवे हथियार के साथ गोलबंद हुए ग्रामीण रांची/हटिया : टोनको बस्ती में रविवार को हुई हत्या के विरोध में सोमवार को ग्रामीण हरवे हथियार के साथ गोलबंद हो गये और सड़क पर उतर आये. ग्रामीणों ने हटिया चांदनी चौक को दिन के 11 बजे से जाम कर दिया, इस कारण रांची- […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 22, 2015 7:43 AM
घटना. चांदनी चौक पर हरवे हथियार के साथ गोलबंद हुए ग्रामीण
रांची/हटिया : टोनको बस्ती में रविवार को हुई हत्या के विरोध में सोमवार को ग्रामीण हरवे हथियार के साथ गोलबंद हो गये और सड़क पर उतर आये. ग्रामीणों ने हटिया चांदनी चौक को दिन के 11 बजे से जाम कर दिया, इस कारण रांची- खूंटी मार्ग पर वाहनों का आवागमन ठप हो गया. इससे पहले ग्रामीणों ने चांदनी चौक और आसपास की सारी दुकानें बंद करा दी और प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी की. इस कारण सड़क के दोनों छोर पर वाहनों की लंबी कतार लग गयी. बाद में दिन के करीब 1.30 बजे हटिया के विधायक नवीन जायसवाल समेत हटिया एएसपी व जगन्नाथपुर पुलिस के समझाने पर लोग सड़क से हटे.
क्या थी मांग: सड़क जाम कर रहे लोग ग्रामीण
खुदिया के परिवार वालों को सरकारी नौकरी और 50 लाख रुपये देने की मांग कर रहे थे़ जाम की सूचना मिलने पर नामकुम अंचलाधिकारी कुमुदनी टूडू, हटिया विधायक, एएसपी प्रशांत भूषण जगन्नाथपुर थाना प्रभारी नरेंद्र प्रसाद सिंह ने जामकर्ताओं समझाया. बाद में पारिवारिक लाभ योजना के तहत परिजनों को 10 हजार रुपया नगद दिया गया, तब जाकर जामकर्ताओं ने 1:30 बजे जाम हटाया.
क्या है मामला
टोनको गांव में दो अपराधी एक छात्र से बाइक छीनने की कोशिश कर रहे थे. विरोध करने पर अपराधियों ने फायरिंग की थी, जिसके बाद ग्रामीणों ने उन्हें घेरने की कोशिश की थी.
इसी दौरान भागने के क्रम में अपराधियों ने फायरिंग की थी. इसी बीच ग्रामीण खुदिया उरांव गाय चरा कर घर लौट रहा था. खुदिया ने एक अपराधी को पकड़ लिया था, जिसे देख दूसरे ने खुदिया के पेट में गोली मार दी थी. उसे घायल अवस्था में इलाज के लिए रिम्स ले जाया गया था, जहां उसकी मौत हो गयी थी.
जाम में घंटों फंसे स्कूली बच्चे
चांदनी चौक के पास सड़क जाम के कारण संत चार्ल्स स्कूल की दो बसें भी काफी देर तक फसी रहीं. बस में छोटे-छोटे बच्चे थे. कई बच्चे भूखे-प्यासे घंटों तक बस में ही कैद रहे.
बच्चों ने बताया कि उनकी परीक्षा चल रही है. बाद में जामकर्ताओं से मिन्नत की गयी, तब उन्होंने बस को जाने दिया. इस बीच कई परिजनों के अभिभावक भी घटनास्थल पर बच्चों को लेने पहुंच गये थे. उनका कहना था कि बच्चों के प्रति जामकर्ताओं को नरम बर्ताव करना चाहिए. प्रशासन को भी बच्चों की समस्या को समझना चाहिए.

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