अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल बनेगा पारसनाथ

रांची: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि सरकार पारसनाथ को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करेगी. इस धार्मिक पर्यटन स्थल के विकास में सभी का सहयोग अपेक्षित है. राज्य सरकार पारसनाथ में पर्यटन सुविधाओं एवं इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करने में कोई कसर बाकी नहीं रखेगी. सड़कों के चौड़ीकरण के साथ–साथ पारसनाथ रेलवे स्टेशन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 23, 2015 1:19 AM
रांची: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि सरकार पारसनाथ को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करेगी. इस धार्मिक पर्यटन स्थल के विकास में सभी का सहयोग अपेक्षित है. राज्य सरकार पारसनाथ में पर्यटन सुविधाओं एवं इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करने में कोई कसर बाकी नहीं रखेगी.

सड़कों के चौड़ीकरण के साथ–साथ पारसनाथ रेलवे स्टेशन से लेकर मधुबन तक हाइवे पेट्रोलिंग शुरू करा दी गयी है. मुख्यमंत्री ने यह बात जैन समाज के प्रतिनिधियों के साथ प्रोजेक्ट भवन में वार्ता के क्रम में कही. सीएम ने कहा कि जैन समाज के जो लोग पारसनाथ के संरक्षण अथवा विकसित करने के प्रति गंभीर हैं, उनसे अपेक्षा है कि वे प्रवासी भारतीयों सहित जैन समाज के प्रबुद्ध लोगों को साथ लेकर पारसनाथ के विकास योजना के साथ सरकार के साथ बैठें, ताकि इस कार्य योजना को अंतिम रूप देकर इसे आगे बढ़ाया जा सके. गौरतलब है कि मुंबई से आये भविक जी ललन ने मधुबन पहाड़ की पारिस्थिति की के संरक्षण पर अपना सुझाव दिया. वहीं मुंबई के ही मुकेश कुमार दोषी एवं अमेरिका स्थित ओरेकल कंपनी के निदेशक निक झबेरी ने मुख्यमंत्री के समक्ष पारसनाथ से संबंधित अपने सुझावों को रखा, जिन पर मुख्यमंत्री ने आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया.
टूरिस्ट सर्किट से जुड़ेगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सभी पर्यटन स्थलों पर पर्यटक सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु राज्य सरकार प्रयासरत है. पारसनाथ को भी बोधगया एवं देवघर के टूरिस्ट सर्किट से जोड़े जाने की योजना है. चतरा जिले के इटखोरी में भी जैन धर्म के पुरातात्विक प्रमाण हैं, जिनके वैज्ञानिक तरीके से उत्खनन किये जाने की आवश्यकता है. उन्होंने प्रतिनिधिमंडल से कहा कि वे पारसनाथ का दौरा कर वापस लौट कर अपनी कार्य योजना तैयार कर पुन: मिलें. अहमदाबाद से आये भरत भाई बगड़िया ने कहा कि इज अॉफ डूइंग बिजनेस राज्य सरकार की दृढ़ इच्छा शक्ति का परिणाम है. उन्होंने कहा कि गुजरात के अहमदाबाद स्थित उनकी संस्था ‘‘गीता–गंगा’’ सभी धर्मों की मूल पांडुलिपियों को डिजिटाईज्ड करा रही है. सीएम ने इस कार्य में हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया है. वार्ता के दौरान मुख्य सचिव राजीव गौबा, सीएम के प्रधान सचिव संजय कुमार भी उपस्थित थे.

Next Article

Exit mobile version