मीना हादसे में बेटे व मां-बाप की मौत
रांची. मीना हादसे में इंजीनियर हाजी नियाजुद्दीन हक के माता-पिता की भी मौत हो गयी है. मां नसीमा खातून (62वर्ष) की मौत की पुष्टि शनिवार की रात को हुई. उनके कवर नंबर जेआरएफ 981-3 में सिर्फ उनकी बहन सबीना खातून बच पायी हैं. नसीमा खातून को रविवार को मीना तलाजा में मिट्टी दी गयी. मिट्टी […]
रांची. मीना हादसे में इंजीनियर हाजी नियाजुद्दीन हक के माता-पिता की भी मौत हो गयी है. मां नसीमा खातून (62वर्ष) की मौत की पुष्टि शनिवार की रात को हुई. उनके कवर नंबर जेआरएफ 981-3 में सिर्फ उनकी बहन सबीना खातून बच पायी हैं. नसीमा खातून को रविवार को मीना तलाजा में मिट्टी दी गयी.
मिट्टी के वक्त उनके पुत्र इंजीनियर अनावरुल हक व जीजा हुसैन आरिफ उपस्थित थे. मालूम हो कि पहले नियाजुद्दीन की मौत हुई थी. वह यानबू में रहते थे. नियाजुद्दीन सऊदी में काम करते थे. उन्हें हज यात्रियों की सेवा के लिए नियुक्त किया गया था. वे लोग धनबाद वासेपुर के रहनेवाले हैं. नियाजुद्दीन को सुपुर्द-ए-खाक करने में एक सप्ताह का और समय लगेगा. उधर हजारीबाग निवासी यासिन मियां को मिट्टी दे दी गयी. वे शम्सुउद्दीन मियां कवर हेड सहित अन्य के साथ हज पर गये थे.
कंट्रोल रूम खोला: भारतीय हज मिशन ने लापता हज यात्रियों की खोज के लिए मक्का में कंट्रोल रूम खोला हैै, जहां दो टीम 24 घंटे काम करेगी. इसमें चिकित्सक सहित अन्य सहयोगी हैं.
ज्ञात हो कि सऊदी अरब में मची भगदड़ में रविवार तक मरने वाले भारतीय नागरिकों की संख्या 35 तक पहुंच गई है. अधिकारियों ने 13 और शवों की पहचान की है. इससे पहले शनिवार देर रात तक हादसे में मरने वाले भारतीयों की संख्या 22 बताई गई थी.