: युवकों ने मानवता दिखायी, शव को दफनाया
: युवकों ने मानवता दिखायी, शव को दफनाया मंदिर की सफाई करती थी बंधनी.बीमार होने पर अस्पताल में मरी.30 गुम 11 में शव के समीप मुहल्ले के युवकप्रतिनिधि, गुमलागुमला शहर के डिसलरी मुहल्ला के युवकों ने मानवता का परिचय दिया. एक वृद्ध महिला के शव का अंतिम संस्कार किया. इसमें जो खर्च आया, सभी युवकों […]
: युवकों ने मानवता दिखायी, शव को दफनाया मंदिर की सफाई करती थी बंधनी.बीमार होने पर अस्पताल में मरी.30 गुम 11 में शव के समीप मुहल्ले के युवकप्रतिनिधि, गुमलागुमला शहर के डिसलरी मुहल्ला के युवकों ने मानवता का परिचय दिया. एक वृद्ध महिला के शव का अंतिम संस्कार किया. इसमें जो खर्च आया, सभी युवकों ने उठाया. युवकों की इस पहल की सभी लोगों ने सराहना की. जानकारी के अनुसार पालकोट रोड स्थित शक्ति मंदिर में वर्षो से रह कर मंदिर की सफाई का काम कर रही 70 वर्षीय बंधनी देवी की बुधवार को सदर अस्पताल में इलाज के क्रम में मौत हो गयी. वह बसिया थाना के कुसूमटोली गांव की रहनेवाली थी. लेकिन वर्षों से वह मंदिर की सेवा कर रही थी. अचानक बीमार होने पर उसे मंगलवार की रात को डिसलरी मुहल्ला के युवकों ने सदर अस्पताल में भरती कराया. जहां इलाज के क्रम में बुधवार की सुबह उसकी मौत हो गयी. मौत की खबर मिलने के बाद कान्यकुब्ज स्वर्णकार संघ के पूर्व सचिव मुकेश सोनी, कैलाश गोप, रंजीत सिंह, सावना लोहरा, गोपीनाथ सिंह ने मानवता का परिचय देते हुए उसके परिजनों से संपर्क कर बुलाया. परिजन में बंधनी के पोता जीतवाहन बड़ाइक व अजीत भगत को बुला कर शव को सुपूर्द करने का प्रयास किया. लेकिन जीतवाहन द्वारा गरीबी के कारण असमर्थता जाहिर करने पर उपरोक्त युवकों ने सामूहिक रूप से आर्थिक सहयोग कर उसका दफन क्रिया पालकोट रोड स्थित श्मशान घाट में किया.