14 को बंद रहेंगी राज्य की दवा दुकानें
रांची: ऑल इंडिया ऑर्गनाइजेशन ऑफ केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स के अाह्वान पर 14 अक्तूबर को राज्य की दवा दुकानें बंद रहेंगी. रविवार को होटल कैपिटाेल हिल में झारखंड केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स एसोसिएशन (जेसीडीए) के महासचिव अमर कुमार सिन्हा ने इसकी घोषणा की़ उन्होंने बताया कि सरकार ऑनलाइन फार्मेसी को बढ़ावा दे रही है. आनलाइन के माध्यम […]
रांची: ऑल इंडिया ऑर्गनाइजेशन ऑफ केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स के अाह्वान पर 14 अक्तूबर को राज्य की दवा दुकानें बंद रहेंगी. रविवार को होटल कैपिटाेल हिल में झारखंड केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स एसोसिएशन (जेसीडीए) के महासचिव अमर कुमार सिन्हा ने इसकी घोषणा की़ उन्होंने बताया कि सरकार ऑनलाइन फार्मेसी को बढ़ावा दे रही है. आनलाइन के माध्यम से दवा मंगाने पर प्रतिबंधित दवाओं के विक्रय पर रोक नहीं लग सकती.
दवा दुकानदार ड्रग एंड केमिस्ट एक्ट के उल्लंघन के भय से प्रतिबंधित दवाएं नहीं बेचते, लेकिन ऑनलाइन बिक्री से इस पर रोक संभव नहीं है. इससे आठ लाख केमिस्ट व 40 लाख कर्मचारियों की जीविका पर प्रभाव पड़ेगा. थोक दवा पर 10 प्रतिशत एवं खुदरा में 20 प्रतिशत का मार्जिन रहता है, लेकिन ऑन लाइन फार्मेसी में 40 से 60 प्रतिशत की छूट दी जाती है. यह छूट किस तरह दी जाती है, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है.
फामार्सिस्ट की बाध्यता समाप्त करें : एसाेसिएशन ने मांग की है कि दवा दुकान से फार्मासिस्ट की बाध्यता को समाप्त की जानी चाहिए. दवा बेचने में फार्मासिस्ट की कोई जरूरत नहीं होती है. माैके पर एसोसिएशन के अध्यक्ष एसके प्रधान, एसके ढाढनिया, एससी मंडल, एके गुप्ता, उमेश श्रीवास्तव एवं विनाेद कुमार सहित राज्य भर से आये दवा दुकानदार मौजूद थे.
ये है मुख्य मांगें
आॅनलाइन फार्मेसी स्वीकार नहीं
अॉनलाइन से युवाओं में नशे की प्रवृति बढ़ेगा
मरीजों के स्वास्थ्य व दवा की गुणवत्ता से खिलवाड़ की संभावना
ग्रामीण भारत में जीन रक्षक दवाओं का होगा अभाव
फार्मासिस्ट व लाइसेंस नवीनीकरण का निदान हो