ओके:::हाहे में पारंपरिक तरीके से होती है मां दुर्गा की पूजा
ओके:::हाहे में पारंपरिक तरीके से होती है मां दुर्गा की पूजाअनगड़ा़ हाहे स्थित माता दुर्गा का मंदिर काफी प्राचीन है. इस मंदिर में 105 सालों से मां दुर्गा सहित अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमा स्थापित कर पूजा की जा रही है. यहां सबसे पहले वर्ष 1911 में मां दुर्गा की पूजा अर्चना की गयी थी़ इसके […]
ओके:::हाहे में पारंपरिक तरीके से होती है मां दुर्गा की पूजाअनगड़ा़ हाहे स्थित माता दुर्गा का मंदिर काफी प्राचीन है. इस मंदिर में 105 सालों से मां दुर्गा सहित अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमा स्थापित कर पूजा की जा रही है. यहां सबसे पहले वर्ष 1911 में मां दुर्गा की पूजा अर्चना की गयी थी़ इसके बाद प्रति वर्ष यहां पूजा का आयोजन होता है़ यहां पूजा की परंपरा आज तक नहीं बदली है. हाहे मंदिर में स्थापित प्रतिमा अन्य जगहों से अलग होती है. यहां दुर्गाबाटी रांची की तर्ज पर एक ही चाला (फ्रेम) में सारी प्रतिमाएं स्थापित रहती है. महानवमी के दिन श्रद्धालु यहां बड़ी संख्या में जुटते हैं. इस दिन मंदिर परिसर में सैकड़ों बकरों की बलि दी जाती है. पूरा क्षेत्र मां दुर्गा की भक्ति में रंग जाता है. इस बार भी यहां भव्य रूप से माता रानी की पूजा अर्चना की तैयारी की जा रही है. इसमें समिति के सदस्य जुटे हुए हैंृ