आइआइटी में 25 फीसदी स्टूडेंट्स ग्रामीण क्षेत्र से
आइआइटी में 25 फीसदी स्टूडेंट्स ग्रामीण क्षेत्र से रांची़ देश में ग्रामीण प्रतिभाएं तेजी से तकनीकी पढ़ाई की ओर अग्रसर हो रही है. इसका अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि इस साल ग्रामीण इलाकों के 25 फीसदी स्टूडेंट्स ने आइअाइटी सीट पर अपना कब्जा किया. पिछले साल यह आंकड़ा 10 फीसदी था. […]
आइआइटी में 25 फीसदी स्टूडेंट्स ग्रामीण क्षेत्र से रांची़ देश में ग्रामीण प्रतिभाएं तेजी से तकनीकी पढ़ाई की ओर अग्रसर हो रही है. इसका अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि इस साल ग्रामीण इलाकों के 25 फीसदी स्टूडेंट्स ने आइअाइटी सीट पर अपना कब्जा किया. पिछले साल यह आंकड़ा 10 फीसदी था. आइअाइटी मुंबई के जेइइ एडवांस्ड रिपोर्ट के मुताबिक कुल 25 फीसदी सीट ग्रामीण स्टूडेंट्स ने अपने लिए सुरक्षित की. इन स्टूडेंट्स ने अपनी अपर प्राइमरी तक की पढ़ाई हिंदी माध्यम से ग्रामीण इलाकों में की है. पिछले साल 90 फीसदी आइआइटी सीट शहरी स्टूडेंट्स के हिस्से में गया था.18 आइआइटी के 1600 स्टूडेंट्स ऐसे हैं, जिनके परिवार की सालाना आय एक लाख से भी कम है. 1500 स्टूडेंट्स ऐसे हैं जिनके परिवार की सालाना आमदनी आठ लाख से ज्यादा है. आर्थिक आधार के अलावा अगर परिवार की शिक्षा देखें तो आइआइटी परीक्षा पास 1100 स्टूडेंट्स ऐसे हैं जिनके पिताजी सिर्फ 10वीं पास हैं. इसके अलावा 250 ऐसे हैं, जो निरक्षर हैं. वहीं, 900 स्टूडेंट्स की मां निरक्षर हैं. इस रिपोर्ट के मुताबिक आइआइटी एंट्रेंस टेस्ट पास करने वाले सबसे ज्यादा कुल 19.7 फीसदी स्टूडेंट्स राजस्थान के हैं. उत्तर प्रदेश का स्थान दूसरा है. वहीं, महाराष्ट्र तीसरे नंबर पर है.