कचहरी चौक से प्रोजेक्ट भवन तक चलेगी मोनो रेल
आइडीएफसी ने मुख्यमंत्री के समक्ष दिया प्रजेंटेशन रांची : रांची में कचहरी चौक से प्रोजेक्ट भवन तक और नामकुम से आइटीआइ बस स्टैंड तक मोनो रेल चलेगी. यह रेल सिंगल पोल पर चलेगी, ताकि यातायात में बाधा न हो. रांची में प्रस्तावित मोनो रेल रूट का खाका तैयार कर लिया गया है. आइडीएफसी को यह […]
आइडीएफसी ने मुख्यमंत्री के समक्ष दिया प्रजेंटेशन
रांची : रांची में कचहरी चौक से प्रोजेक्ट भवन तक और नामकुम से आइटीआइ बस स्टैंड तक मोनो रेल चलेगी. यह रेल सिंगल पोल पर चलेगी, ताकि यातायात में बाधा न हो. रांची में प्रस्तावित मोनो रेल रूट का खाका तैयार कर लिया गया है. आइडीएफसी को यह काम दिया गया था. कंपनी ने टेक्निकल फिजिबिलिटी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है. शनिवार को सीएम आवास में आइडीएफसी ने इससे संबंधित एक प्रेजेंटेशन मुख्यमंत्री रघुवर दास, नगर विकास मंत्री सीपी सिंह के समक्ष दिया.
इसमें बताया गया कि किस प्रकार कचहरी से प्रोजेक्ट भवन और नामकुम से आइटीआइ बस स्टैंड तक मोनो रेल की संरचना तैयार होगी. मुख्यमंत्री ने कंपनी को डीपीआर तैयार करने का निर्देश दे दिया है. सीएम ने मोनो रेल की संरचना तैयार करने में आनेवाले खर्च के लिए विश्व बैंक, एडीबी जैसी वित्तीय संस्थाओं से निधि की उपलब्धता हेतु आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश नगर विकास विभाग को दिया है. गौरतलब है कि मोनो रेल के निर्माण में प्रति किमी 180 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है.
मेट्रो ट्रेन के लिए उपयुक्त नहीं है रांची
प्रेजेंटेशन के दौरान दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी मॉडल ट्रांजिट सिस्टम लिमिटेड के अश्विनी पराशर ने राजधानी की सड़कों की ओर ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि रांची पठारी क्षेत्र है. इससे यहां पर जमीन के अंदर खुदाई के क्रम में बहुत सारी समस्याएं आयेंगी. रांची के सड़कों की चौड़ाई एवं संरचना को देखते हुए मेट्रो रेल उपयुक्त नहीं है. रांची की सड़कों के समकोणीय एवं संकरे होने के कारण मोनो रेल का संचालन यहां उपयुक्त है. मोनो रेल सेवा पतली सड़कों पर भी आम–जनजीवन पर असर डाले बिना सुगमता से संचालित की जा सकती है.
नगर विकास विभाग द्वारा आइडीएफसी लिमिटेड को टेक्निकल फिजिबिलिटी रिपोर्ट देने, डीपीआर तैयार करने एवं निविदा निष्पादन सहित कार्यकारी एजेंसी के चुनाव का निर्देश दिया गया है. आइडीएफसी लिमिटेड ने आगामी 30 वर्षों में रांची शहर में होनेवाले संभावित संरचानात्मक परिवर्तन, जनसंख्या वृद्धि एवं शहर के विस्तार को ध्यान में रखते हुए टेक्निकल फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार की है.
मौके पर नगर विकास मंत्री सीपी सिंह, मुख्य सचिव राजीव गौबा, नगर विकास सचिव एके िसंह, सीएम के प्रधान सचिव संजय कुमार, सीएम के सचिव सुनील वर्णवाल आदि अधिकारीमौजूद थे.