रजत जयंती सप्ताह में नाटक मुन्ना का मंचन
रजत जयंती सप्ताह में नाटक मुन्ना का मंचन रांची. अपर बाजार स्थित कांति कला कृष्ण भवन में रविवार को नाटक का मंचन किया गया. आज रजत जयंती सप्ताह के तहत नाटक मुन्ना का मंचन किया गया. इस नाटक की कहानी चार किरदारों के ईदगिर्द घूमती है. नाटक के दो किरदार हरिया अौर पर्वतीया है. इनका […]
रजत जयंती सप्ताह में नाटक मुन्ना का मंचन रांची. अपर बाजार स्थित कांति कला कृष्ण भवन में रविवार को नाटक का मंचन किया गया. आज रजत जयंती सप्ताह के तहत नाटक मुन्ना का मंचन किया गया. इस नाटक की कहानी चार किरदारों के ईदगिर्द घूमती है. नाटक के दो किरदार हरिया अौर पर्वतीया है. इनका अपना बेटा नदी में बह गया था जिसके बारे में पता नहीं चल पाया कि वह जिंदा है या नहीं. उसे बच्चे का नाम है मुन्ना. परवतिया का सौतेला बेटा कलुआ गलत संगत में पड़ जाता है अौर नशे का कारोबार करता है. नाटक में एक अौर किरदार है जमींदार जिसकी नजर परवतिया पर रहती है. एक दिन एक अनजान प्यारा सा लड़का पर्वतीया के घर में आता है. उसकी मिठास अौर मासूमियत देखकर पर्वतीया उसे रात भर के लिए पनाह दे देती है. कलुआ पैसे के लिए उस लड़के को मार देता है. लेकिन हरिया को पता चलता है कि वह लड़का उसका अपना बेटा मुन्ना है. नाटक का अंत दुखद है पर इसका संदेश है कि लालच बुरी बला है. नाटक में हरिया की भूमिका फजल इमाम ने निभाई. कलवा की भूमिका डॉ कमल कुमार बोस, पर्वतीया की भूमिका रीना सहाय, मुन्ना की भूमिका विनोद जायसवाल ने निभायी. नाटक का निर्देशन ऋषिकेश लाल ने किया. आज आयोजन में सहयोग करने वाले सभी लोगों को सम्मानित किया गया. राजीव चोपड़ा ने भूपेन हजारिका के गीत गंगा बहती है क्यूं को सुनाया.