इंतेजार को फंसाने के लिए चालक व चौकीदार को बनाया स्वतंत्र गवाह

इंतेजार को फंसाने के लिए चालक व चौकीदार को बनाया स्वतंत्र गवाहवरीय संवाददाता, रांचीवर्द्धमान-हटिया पैसेंजर ट्रेन से कथित विस्फोटक भरे बैग बरामद होने के बाद पुलिस इंतेजार अली को फंसाने में लग गयी थी. इसके लिए पुलिस ने झूठ-पर-झूठ बोले. पुलिस ने सीट के नीचे से बैग बरामद किया, लेकिन प्राथमिकी में लिखा कि इंतेजार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 13, 2015 7:57 PM

इंतेजार को फंसाने के लिए चालक व चौकीदार को बनाया स्वतंत्र गवाहवरीय संवाददाता, रांचीवर्द्धमान-हटिया पैसेंजर ट्रेन से कथित विस्फोटक भरे बैग बरामद होने के बाद पुलिस इंतेजार अली को फंसाने में लग गयी थी. इसके लिए पुलिस ने झूठ-पर-झूठ बोले. पुलिस ने सीट के नीचे से बैग बरामद किया, लेकिन प्राथमिकी में लिखा कि इंतेजार अली को तब गिरफ्तार किया गया, जब वह कंधे पर बैग लटका कर किता स्टेशन से बाहर निकल रहे थे. झूठ को सच साबित करने के लिए स्वतंत्र गवाह (पुलिस का आदमी नहीं) की जरूरत थी. ऐसे में पुलिस ने शिवचरण लोहरा और राजेश्वर राम को स्वतंत्र गवाह बनाया और अरेस्ट मेमो व जब्ती सूची पर उनसे हस्ताक्षर करवाया. बाद में यह पता चला कि शिवचरण लोहरा सिल्ली थाने का चौकीदार, जबकि राजेश्वर राम अनगड़ा थाने में चालक सिपाही के पद पर पदस्थापित हैं. इसका खुलासा जमशेदपुर रेल एसपी की समीक्षा रिपोर्ट से हुआ. इसके बाद रेल डीआइजी ने अपनी समीक्षा में लिखा है कि मामले के सुपरविजन के दौरान नामकुम अंचल के इंस्पेक्टर, थाना प्रभारी अनगड़ा और सिल्ली के द्वारा भी दोनों गवाहों को स्वतंत्र गवाह के रूप में ही बताया गया. ऐसा प्रतीत होता है कि निर्दोष व्यक्ति इंतेजार अली को फंसाने के लिए जानबूझ कर जब्ती सूची में गड़बड़ी की गयी. 30 सितंबर को रेल डीआइजी प्रिया दुबे ने रांची डीआइजी अरुण कुमार को पत्र लिख कर संबंधित पुलिस पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की शिफारिश की है. रांची डीआइजी ने रेल डीआइजी के पत्र को रांची के एसएसपी के पास भेजते हुए जरूरी कार्रवाई की निर्देश दिया है.

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